भाजपा का पीओजेके पर बयान चुनावी लाभ के लिए एक पर्दा है
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- Mar 09, 2025

जम्मू, 9 मार्च (हि.स.)। पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) से 12 लाख से अधिक विस्थापित लोगों के अधिकारों और कल्याण के लिए संघर्ष की अगुआई करने वाले एक प्रमुख संगठन एसओएस इंटरनेशनल ने रविवार को चुनावी लाभ के लिए समुदाय का शोषण करने के लिए केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर तीखा हमला किया।
इसने भाजपा नेतृत्व को राजनीतिक लाभ के लिए पीओजेके विस्थापितों की भावनाओं के साथ और अधिक खिलवाड़ करने के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा भाजपा को इस धोखे से बचना चाहिए अन्यथा हमारे लोग उन्हें माफ नहीं करेंगे। हम अब खुद को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल नहीं होने देंगे।
एसओएस इंटरनेशनल के चेयरमैन राजीव चुनी ने पीओजेके शरणार्थियों की उपेक्षा पर गहरी चिंता व्यक्त की और 1947 में पाकिस्तानी आक्रमण के कारण मीरपुर, मुजफ्फराबाद और पुंछ जिलों में विस्थापित हुए लोगों की कठिनाइयों को नजरअंदाज करते हुए पीओजेके के पुनः प्राप्ति पर चर्चा करने के लिए भाजपा की आलोचना की। उन्होंने भाजपा पर प्रभावित लोगों की दुर्दशा को स्वीकार किए बिना पीओजेके पर सेमिनार और चर्चाओं सहित विभिन्न मंचों पर राजनीतिक नाटक करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा पीओजेके विस्थापितों के दुखों के बारे में भाजपा नेताओं द्वारा सहानुभूति का एक शब्द भी व्यक्त नहीं किया गया हैं फिर भी वे पीओजेके को पाकिस्तान से पुनः प्राप्त करने के बारे में जोर शोर से घोषणा करते हैं। चुनी ने दावा किया कि भाजपा सरकार राष्ट्रीय हित के लिए नहीं बल्कि चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक लाभ के लिए पीओजेके को पुनः प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहानी को बदलने की कोशिश कर रही है।
चुन्नी ने यह भी सवाल उठाया कि सरकार ने पीओजेके विस्थापितों को कम से कम आठ सीटें क्यों नहीं दी हैं। जिसकी मांग वाधवा समिति, संसदीय समितियों और यहां तक कि परिसीमन समिति द्वारा लंबे समय से की जा रही थी। उन्होंने कहा कश्मीर भारत का हिस्सा होने के बावजूद घाटी के प्रवासियों को जल्दबाजी में दो सीटों के रूप में प्रतिनिधित्व दिया गया। यह कहना मुश्किल है कि हमारे क्षेत्रीय निर्वाचन क्षेत्र अभी भी अवैध पाकिस्तानी कब्जे में हैं।
उन्होंने पीओजेके से कोई सरोकार न रखने वाले व्यक्तियों को एकमात्र आरक्षित विधानसभा सीट पर नियुक्त करने के लिए भाजपा की आलोचना की। उन्होंने कहा यह सीट गैर राजनीतिक है और इसे किसी राजनीतिक पार्टी द्वारा नियंत्रित नहीं किया जाना चाहिए। यहां तक कि पीओजेके समुदाय के कुछ भाजपा विधायक भी हमारी दुर्दशा पर चुप हैं। एक और राजनीतिक नामांकन से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हमारा मानना है कि यह केवल हमारी आवाज को दबाने का एक प्रयास है। चुन्नी ने 2014 के घोषणापत्र में वादे करने के बावजूद पीओजेके शरणार्थियों के लिए कोई सार्थक पुनर्वास योजना शुरू करने में विफल रहने के लिए भाजपा पर निशाना साधा।
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हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता