झज्जर जिले में बसंत पंचमी की धूम, लाखों श्रद्धालुओं ने की पूजा
- Admin Admin
- Feb 02, 2025
झज्जर, 2 फरवरी (हि.स.)। जिले में बसंत पंचमी हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। 50 से अधिक जगह सरस्वती पूजा पंडाल सजाए गए। कुल मिलाकर पूर्वांचल के 2 लाख से अधिक लोगों ने श्रद्धा के साथ सरस्वती मां का पूजन किया। सरस्वती पूजा पंडालो में पूजन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी हुआ। सबसे अधिक कार्यक्रम बहादुरगढ़ में हुए। बदली में झज्जर में भी सरस्वती पूजा कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों में पूर्वांचल के लोक कलाकारों ने जमकर समा बांधा। भोजपुरी नृत्य संगीत के कार्यक्रमों का हजारों लोगों ने आनंद उठाया। अनेक सरस्वती पूजा कार्यक्रमों में स्थानीय राजनीतिक नेताओं ने भी उपस्थिति दर्ज करवाई।विधायक राजेश जून ने रविवार को बहादुरगढ़ हलके में कई स्थानों पर आयोजित बसंत पंचमी पूजा उत्सव में शिरकत की। उन्होंने छिक्कारा कॉलोनी व सेक्टर 7 हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में बिहार मिथिला जन कल्याण संस्था द्वारा आयोजित, नाहरा नाहरी रोड पर फ्लाईओवर के नीचे बाबा भृगुनाथ सेवा समिति द्वारा आयोजित ,लाइनपार में डिग्गी वाला रोड सूरत नगर व महेश्वरी भवन में आयोजित बसंत पंचमी उत्सव में पहुँचकर माता सरस्वती की पूजा की। सभी हलका वासियों के लिए सुख व समृद्धि की कामना की। उन्होंने मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बसंत पंचमी न केवल विद्या वह समृद्धि का उत्सव है, बल्कि यह नवचेतना और उमंग का प्रतीक भी है। यह पर्व हमारे जीवन में नई ऊर्जा व उत्साह का संचार भी करता हैं। जून ने आयोजकों को बसंत पंचमी पूजा उत्सव कार्यक्रम का आयोजन करने पर बधाई भी दी।
बहादुरगढ़ में धर्म विहार स्थित यूनिक अर्थ पब्लिक स्कूल में वसंत पंचमी का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर स्कूल के निदेशक कीर्ति छिल्लर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रही। छात्रों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए। उन्होंने वसंत पंचमी के महत्व और इसके पीछे की कथा को बताया। निदेशक कीर्ति छिल्लर ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि वसंत पंचमी का त्योहार ज्ञान और संस्कृति के महत्व को दर्शाता है।
नगर पार्षद भूपेंद्र राठी ने भी कई कार्यक्रमों में शिरकत की। उन्होंने सभी क्षेत्रवासियों को बसंत पंचमी मां सरस्वती पूजा की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कार्यक्रम में पहुंचकर मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर सभी के लिए मंगल कामना की। आयोजकों की ओर से कार्यक्रम में पहुंचने पर उनका स्वागत किया गया।
इस मौके पर इनेलो नेता भूपेंद्र राठी ने कहा कि ऐसा माना जाता है कि बसंत पंचमी के ही दिन ब्रह्मा जी द्वारा मां सरस्वती की उत्पत्ति की गई थी। तभी से बसंत पंचमी का यह पर्व मां सरस्वती की आराधना का प्रमुख पर्व माना जाता है। इसलिए पूरे देश में बसंत पंचमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी पर सरस्वती पूजन के लिए एक और कारण प्रचलित है। पुराणों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने मां सरस्वती को यह वरदान दिया था कि बसंत पंचमी के दिन सभी स्थानों में उनकी आराधना की जाएगी। इसके बाद से ही बसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजन का विधान है जो वर्तमान में भी जारी है। ऋग्वेद में वाणी की देवी मां सरस्वती का वर्णन देवी सरस्वती के रूप में परम चेतना, हमारी बुद्धि, प्रज्ञा और सभी मनोवृत्तियों का संरक्षण करती हैं। हममें जो आचार और मेधा है उनका आधार मां सरस्वती ही हैं, जिनकी समृद्धि और स्वरूप का वैभव बड़ा ही अद्भुत है। इसके अलावा मनुष्य और जगत के प्रत्येक प्राणी की बुद्धि, विद्या और वाणी के रूप में देवी सरस्वती विराजमान हैं।
इस मौके पर प्रदीप सिन्हा, महेंद्र ठेकेदार, पूर्व पार्षद शशि कुमार, एडवोकेट विपिन प्रधान, सतपाल, दुर्गा, सुनीता, बबीता, रानी, पूजा, लालसा, रीना, ज्योति सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज