बेल्जियम की शिक्षिका जूडी स्टोव काशी में सम्मानित,वंचित वर्ग के बच्चों को पढ़ाती हैं

वाराणसी,08 मार्च (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर शनिवार को बेल्जियम की शिक्षिका जूडी स्टोव का काशी में सम्मान किया गया। भंदहा कला, कैथी में आशा ट्रस्ट की ओर से संचालित पुस्तकालय एवं अध्ययन केंद्र में आयोजित गोष्ठी में बेल्जियम से भारत भ्रमण पर काशी आई जूडी स्टोव ने अपने विचार बेबाकी से रखे। जूडी स्टोव ने वर्तमान समाज में महिलाओं की स्थिति और चुनौतियों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि भारत की महिलाओं में अदम्य क्षमता और साहस है, आत्मसम्मान के लिए उन्हें जागृत होना होगा। 60 वर्षीय जूडी विगत 11 वर्षों से भारत के विभिन्न क्षेत्रों में वंचित वर्ग के बच्चों को ऑनलाइन अंग्रेजी, जर्मन और गणित पढ़ाने का कार्य कर रही हैं । प्रति वर्ष दो महीने वह भारत आती हैं और बच्चों के साथ समय बिताती हैं। ट्रस्ट की ओर से उन्हें स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्रम प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन ज्योति सिंह ने किया। इस अवसर पर ट्रस्ट के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय,रचना देवी, पूनम, रूबी पाण्डेय, साधना पाण्डेय, नेहा, सुनीता, मंजरीआदि ने विचार रखे।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

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