मंदिरों की धनराशि सरकार को नहीं लेने देंगे: भाजपा

शिमला, 4 मार्च (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में मंदिरों की धनराशि को सरकारी योजनाओं में इस्तेमाल करने के आदेश को लेकर सियासत गरमा गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने सरकार पर मंदिरों की संपत्ति पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह राशि केवल मंदिरों के रखरखाव, पुजारियों के वेतन और यात्रियों की सुविधाओं के लिए होती है। उन्होंने कहा कि सरकार के आदेश से स्पष्ट है कि मंदिरों की आय को सरकारी योजनाओं में लगाने की मंशा है, जिसे भाजपा किसी भी हाल में पूरा नहीं होने देगी।

वहीं पूर्व ऊर्जा मंत्री व विधायक सुखराम चौधरी ने सरकार पर सनातन परंपरा के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में गौसेवा के लिए अलग से बजट था और मंदिरों से कोई धनराशि नहीं ली गई थी। चौधरी ने दावा किया कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में 220 गौशालाएं बनीं और 47 करोड़ रुपये की लागत से 9 गौ-अभयारण्य स्थापित किए गए।

उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने गोशालाओं को प्रति गोवंश 1200 रुपये देने की घोषणा तो की, लेकिन आज तक एक भी पैसा नहीं दिया। सरकार केवल प्रचार में पैसे बहा रही है और अब मंदिरों की आय से अपनी योजनाएं चलाना चाहती है। भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से इस पर स्थिति स्पष्ट करने और सनातन विरोधी नीतियों से बाज आने की मांग की है।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

   

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