खानाकुल में द्वारकेश्वर नदी पर बना पुल टूटने से संपर्क व्यवस्था ठप, जनजीवन प्रभावित
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- Jun 03, 2025

हुगली, 03 जून (हि. स.)। खानाकुल के पूर्व ठाकुरानीचक क्षेत्र में द्वारकेश्वर नदी पर बना एक अत्यंत महत्वपूर्ण पुल अचानक टूटकर नदी में समा गया है। पुल का मध्य स्तंभ पूरी तरह ढह चुका है, जिससे पुल का केंद्रीय भाग झूल गया है। दुर्घटना की आशंका को देखते हुए स्थानीय पुलिस ने पुल के दोनों छोर पर बैरिकेड लगाकर आवागमन पूरी तरह रोक दिया है।
यह पुल हुगली और पश्चिम मेदिनीपुर जिलों को जोड़ता है और हजारों लोगों के दैनिक जीवन का आधार रहा है। पुल टूटने के कारण दोनों जिलों के बीच संपर्क पूरी तरह से कट गया है, जिससे जनजीवन ठप हो गया है। स्कूली छात्र, कर्मचारी, किसान और व्यापारी सभी को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह पुल वामपंथी शासन के दौरान बनाया गया था, लेकिन इसके बाद न तो किसी सरकार ने इसकी मरम्मत करवाई, और न ही पंचायत स्तर पर कोई रक्षण कार्य किया गया। इस लापरवाही के कारण पुल वर्षो से जर्जर अवस्था में था, और अंततः यह हादसा हुआ।
वर्तमान में पंचायत पर भाजपा का नियंत्रण है, जबकि राज्य सरकार तृणमूल कांग्रेस के अधीन है। दोनों ही दलों पर जनता ने लापरवाही के आरोप लगाए हैं। आम नागरिकों का कहना है कि विकास कार्यों पर राजनीति हावी है, और जनहित की उपेक्षा हो रही है।
स्थानीय निवासी संजय सामंत, यादव चक्रवर्ती और ग्रामीण चिकित्सक सुफल चंद्र पात्र ने बताया कि पिछले पांच वर्षों से पुल की स्थिति खराब थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब जब पुल पूरी तरह टूट चुका है, तब प्रशासन हरकत में आया है।
भाजपा के ग्राम पंचायत प्रधान रामकृष्ण माइती ने बताया कि उन्होंने संबंधित योजना और प्रस्ताव उच्च अधिकारियों को भेज दिया है और जल्द कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
वहीं खानाकुल के तृणमूल विधायक सुषांत घोष ने सरकार की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार विकास कार्यो के बजाय अन्य गतिविधियों में व्यस्त है। मैंने विधानसभा में कई बार इस पुल का मुद्दा उठाया है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
तृणमूल नेता शेख हैदर अली ने इसके जवाब में कहा कि तीन पुलों का प्रस्ताव सरकार को भेजा जा चुका है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि पंचायत स्तर पर होने के बावजूद उन्होंने कोई कार्य नहीं किया।
हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय