कोलकाता, 26 दिसंबर (हि. स.)। नदिया जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ दक्षिण बंगाल सीमांत के 56वीं वाहिनी के जवानों ने वन्यजीव तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। सीमा चौकी भट्टूपाड़ा पर तैनात सतर्क जवानों ने एक अफ्रीकी जंगली बिल्ली (सर्वल-लेप्टेल्यूरस सर्वल) को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया, जिसे अवैध रूप से भारत से बांग्लादेश ले जाने की योजना थी।
25 दिसंबर 2024 की रात, भट्टूपाड़ा सीमा चौकी पर द्वितीय पाली की ड्यूटी के दौरान, जवानों ने तीन-चार संदिग्ध लोगों को अंतरराष्ट्रीय सीमा बाड़ (आईबीबीआर) की ओर बढ़ते देखा। तुरंत सतर्क होते हुए जवानों ने रेडियो सेट के माध्यम से अपने साथियों को सूचित किया और संदिग्धों की ओर बढ़े। जवानों को देखकर तस्करों ने एक बड़ा लकड़ी का बक्सा गिरा दिया और अंधेरे व पपीते के बगीचे का फायदा उठाकर भाग निकले।
बक्से की जांच करने पर उसमें एक अफ्रीकी जंगली बिल्ली मिली। जवानों ने इसे कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई के लिए सीमा चौकी लाया। बाद में इस दुर्लभ वन्यजीव को पुनर्वास के लिए कृष्णानगर वन विभाग को सौंप दिया गया।
--------
बेहद खास है अफ्रीकी जंगली बिल्ली सर्वल
सर्वल, जिसे वैज्ञानिक नाम लेप्टेल्यूरस सर्वल से जाना जाता है, अफ्रीका की एक जंगली बिल्ली है। यह मुख्य रूप से उप-सहारा क्षेत्रों में पाई जाती है और वर्षावन क्षेत्रों के बाहर के स्थानों में आम है। अपने प्राकृतिक आवास में यह प्रजाति शिकार और अवैध तस्करी के खतरे से जूझ रही है, जिसके चलते इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संरक्षण प्राप्त है।
बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जनसंपर्क अधिकारी, डीआईजी एन. के. पांडे ने जवानों की तत्परता और साहस की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमारे सतर्क जवानों की त्वरित और निर्णायक कार्रवाई ने न केवल देश की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की है, बल्कि वन्यजीव संरक्षण में भी योगदान दिया है। अफ्रीकी जंगली बिल्ली का बचाव तस्करी के खिलाफ लड़ाई में हमारी प्रतिबद्धता का एक और प्रमाण है।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर