भागलपुर, 1 फ़रवरी (हि.स.)। केंद्रीय बजट को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ज्योति कुमार सिंह ने कहा कि सरकार ने कम राजस्व एकत्र किया और राजकोषीय घाटे को पूरा करने के लिए व्यय में कटौती की है। पिछले वर्ष का पूंजीगत व्यय बजट अनुमान 11.11 लाख करोड़ था। पूंजीगत व्यय बजट को संशोधित कर 10.18 लाख करोड़ कर दिया गया है। सरकार ने पूंजीगत व्यय में कटौती क्यों की ? ज्योति सिंह ने कहा कि बजट अनुमान 2532.07 लाख करोड़ रुपया है, जबकि संशोधित अनुमान 2531.47 लाख करोड़ है। कम राजस्व संग्रह में अर्थव्यवस्था में मंदी दिखाई दे रही है। कम कर संग्रह भी आर्थिक मंदी का सबूत है।
उन्होंने कहा कि 2022 में कृषि आय दोगुनी होनी थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। इसके बजाय 55% किसान कर्ज के बोझ तले दबे हुए हैं। 2014 से अब तक 1 लाख किसानों ने आत्महत्या की है। अब किसानों की आय दोगुनी करने की नई बात की जा रही है। जुलाई 2020 से नवंबर 2024 के बीच 61,000 एमएसएमई बंद हो गए हैं। 2024 के आखिरी 4 महीनों में 12,000 एमएसएमई बंद हुए। 2022 तक विनिर्माण को जीडीपी के 25% तक बढ़ाने का लक्ष्य थ। वर्तमान में विनिर्माण जीडीपी का केवल 15.8% है। सेवाओं में वैश्विक व्यापार में भारत के निर्यात का हिस्सा 4.6% से कम है। वैश्विक एफडीआई में भारत का हिस्सा 2.5% है और घट रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा बजट में लगातार कटौती की गई। कुल मिलाकर बजट वास्तविकता से कोसों दूर है।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर