सोनीपत: जाति सूचक शब्द प्रयोग करने पर सरपंच के विरूद्ध मामला दर्ज

सोनीपत, 25 जनवरी (हि.स.)। सोनीपत में गोहाना के गांव नूरनखेड़ा में मनरेगा योजना के

तहत काम कर रही महिलाओं के साथ सरपंच द्वारा जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने और उनके

चरित्र पर आरोप लगाने को लेकर महिलाओं ने सरपंच के विरूद्ध पुलिस में शिकायत दर्ज कराई

है। जिस पर पीड़ित महिलाओं की शिकायत पर पुलिस ने एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज

कर लिया है। महिलाओं द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार 18 जनवरी को मनरेगा

के तहत तालाबों की सफाई का काम चल रहा था। इस दौरान गांव नूरनखेड़ा की सरपंच ऊषा देवी

अपने बेटे के साथ मौके पर पहुंची और मजदूर महिलाओं के साथ गाली-गलौच करने लगी।

आरोप

है कि उन्होंने महिलाओं को जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया और उनके चरित्र पर भी सवाल

उठाए। पीड़ित महिलाओं की शिकायत पर पुलिस ने एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया

है। पीड़ित महिलाओं ने मांग की है कि आरोपी सरपंच के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि

भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो सकें। गांव की महिलाओं का शिष्टमंडल गोहाना के एसडीएम को लिखित रूप

में शिकायत देकर गई थी। ग्रामीण महिलाओं ने अपने साथ हुए जातीय भेदभाव, जाति सूचक शब्दों

के खिलाफ दबंग लोगों के खिलाफ एक कार्रवाई की मांग उठाई थी। एसडीएम कार्यालय में पहुंचने

के दौरान महिलाओं ने कहा कि गांव में वे डर के माहौल में हैं। उन्हें परिवार चलाने

के लिए मनरेगा का काम मिला था। लेकिन सरपंच की मनमानी, गाली गलौज और जाति सूचक शब्दों

के चलते मनरेगा का काम रुकवा दिया गया। उनका रोजगार प्रभावित हुआ है।

बरोदा थाना प्रभारी ऋषिकांत ने बताया मिंटू नाम की महिला ने

शिकायत दी थी। वे गांव की डिग्गी में सफाई का काम कर रहे थे। गांव की सरपंच 18 तारीख

को वहां पर पहुंची। महिला मिंटू ने बताया कि उन्हें जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया

गया है। थाना प्रभारी ने कहा है कि पूरी जांच की जाएगी। एक मामला पहले भी पंच और सरपंच

के देवर का मामला दर्ज है। उस मामले में भी जांच की जा रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना

   

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