वेस्ट मैनेजमेंट और संसाधनों का उपयोग समय की जरूरत : मनोहर लाल

High-level 12th Regional 3R and Circular Economy Forum in Asia & Pacific

-जयपुर में सर्कुलर इकोनॉमी फोरम को शहरी मामलों के मंत्री ने किया संबोधित

जयपुर, 03 मार्च (हि.स.)। जयपुर में आयोजित रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकल (आरआरआर) और सर्कुलर इकोनॉमी फोरम को संबोधित करते हुए केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल ने साेमवार काे कहा कि वेस्ट मैनेजमेंट और संसाधनों का पुनः उपयोग आज की सबसे बड़ी जरूरत है। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन को देश की बड़ी उपलब्धि बताया और कहा कि इस अभियान के तहत अब तक 10 करोड़ नए शौचालय बनाए जा चुके हैं, जो स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल ने राजस्थान सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर बेहतरीन कार्य किया जा रहा है। राज्य में कचरा प्रोसेसिंग की क्षमता 21 लाख मैट्रिक टन से बढ़ाकर 45 लाख मैट्रिक टन करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा, ग्रीन बजट के तहत 27,854 करोड़ रुपये की परियोजनाएं लागू की जा रही हैं, जिससे सतत विकास को गति मिलेगी। उन्होंने घोषणा की कि भारत वैश्विक स्तर पर सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए एक नया ग्लोबल अलायंस बनाने का प्रस्ताव रखेगा। उन्होंने कहा कि हाल ही में भारत ने जी20 की सफल मेजबानी की, जिसमें ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की भावना को बढ़ावा दिया गया था। इसी विजन को आगे बढ़ाते हुए भारत ‘सिटीज पॉल्यूशन स्कैन फॉर सर्कुलरिटी’ नामक नई पहल को प्रस्तावित करेगा।

फोरम में जापान के पर्यावरण मंत्री केइइचिरो असाओ ने भारत के नेतृत्व में सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस दिशा में अंतरराष्ट्रीय पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप को मजबूत करने की जरूरत है।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने फोरम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार ई-वेस्ट निस्तारण, जैविक उर्वरक उपयोग, आरडीएफ (रिफ्यूज डेराइव्ड फ्यूल) और ट्रीटेड वॉटर पॉलिसी पर काम कर रही है। इसके अलावा, 250 करोड़ रुपये की लागत से सर्कुलर इकोनॉमी पार्क और स्वच्छ एवं हरित केंद्र विकसित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि राजस्थान में लैंडफिल साइट्स से 88 लाख क्यूबिक मीटर कचरे का निष्पादन किया जा चुका है और 326 एकड़ भूमि को दोबारा उपयोग के लिए तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री सद्भावना केंद्रों के माध्यम से नागरिकों को अनुपयोगी वस्तुओं को दान करने और पुनः उपयोग की सुविधा दे रही है। इससे संसाधनों की बर्बादी कम होगी और जरूरतमंद लोगों को लाभ मिलेगा।

जयपुर में 3 से 5 मार्च तक 12वें क्षेत्रीय आरआरआर और सर्कुलर इकोनॉमी फोरम का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने किया। इस फोरम में एशिया-प्रशांत देशों के 1000 से अधिक प्रतिनिधि, जिनमें नीति निर्माता, उद्योग जगत के नेता, शिक्षाविद और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के विशेषज्ञ शामिल हैं। इस आयोजन में भारत, जापान, संयुक्त राष्ट्र संगठनों (UN ESCAP, UNCRD, UNDSDG, UNDESA) और अन्य देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

फोरम में इंडिया पवेलियन, नीति और महापौरों का संवाद, तकनीकी क्षेत्र का दौरा, अंतरराष्ट्रीय 3आर व्यापार और प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी और ‘जयपुर डिक्लेरेशन’ को अपनाने जैसे प्रमुख कार्यक्रम शामिल हैं। इस फोरम का उद्देश्य सर्कुलर इकोनॉमी को मुख्यधारा में लाना और सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) और कार्बन न्यूट्रलिटी को बढ़ावा देना है।

जयपुर में आयोजित यह फोरम भारत और वैश्विक समुदाय को सर्कुलर इकोनॉमी की दिशा में एक नई राह दिखाएगा। भारत ने स्वच्छ भारत मिशन और ग्रीन बजट जैसी योजनाओं के जरिए अपशिष्ट प्रबंधन को मजबूती दी है। अब, ग्लोबल अलायंस और जयपुर डिक्लेरेशन जैसे प्रस्तावों के माध्यम से यह पहल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नए आयाम स्थापित करेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर

   

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