इतिहास के पन्नों में 30 दिसंबरः ...इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए

27 सितंबर 1931 को उत्तर प्रदेश के बिजनौर जनपद की तहसील नजीबाबाद के ग्राम राजपुर नवादा में पैदा हुए हिंदी के समर्थ कवि एवं गज़लकार दुष्यंत कुमार ने महज 44 साल की उम्र में 30 दिसंबर 1975 को दुनिया को अलविदा कह दिया। इन 44 साल के छोटे से काल में दुष्यंत कुमार ने हिंदी ग़ज़ल को जो ऊंचाइयां दीं, वह समय की रेत पर आज भी अंकित है। दुष्यंत कुमार ने हिंदी ग़ज़ल को नया अर्थ देते हुए उसमें अपने दौर की छटपटाहट को आकार दिया। लिहाजा, दुष्यंत कुमार के शेर आज भी मुहावरे की तरह इस्तेमाल होते हैं- मत कहो आकाश में कुहरा घना है, यह किसी की व्यक्तिगत आलोचना है।

दुष्यंत की पंक्तियों को लेकर निदा फ़ाज़ली ने सटीक कहा है कि दुष्यंत की नज़र उनके युग की नई पीढ़ी के ग़ुस्से और नाराज़गी से सजी बनी है। यह ग़ुस्सा और नाराज़गी उस अन्याय और राजनीति के कुकर्मो के ख़िलाफ़ नए तेवरों की आवाज़ थी, जो समाज में मध्यवर्गीय झूठेपन की जगह पिछड़े वर्ग की मेहनत और दया की नुमानंदगी करती है। तभी तो दुष्यंत ने लिखा- हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए, इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए। मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही, हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए।

अन्य अहम घटनाएंः

2012 - पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आत्मघाती हमले में 19 की मौत।

2008 - सूर्यशेख गांगुली ने 46वीं राष्ट्रीय शतरंज चैम्पियनशिप का ख़िताब जीता।

2007 - बेनजीर भुट्टो के पुत्र बिलावल को पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का चेयरमैन चुना गया।

2006 - इराक के पूर्व कथित तानाशाह सद्दाम हुसैन को फ़ाँसी दी गई।

2003 - आस्ट्रेलिया ने भारत से मेलबर्न टेस्ट 9 विकेट से जीता।

2002 - आस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड से चौथा एशेज टेस्ट जीता।

2001 - लश्कर-ए-तोइबा का संस्थापक प्रमुख हफ़ीज मोहम्मद पाकिस्तान में गिरफ़्तार; महमूद अजहर जेल भेजे गए।

2000 - जनरल उमर-इल बशील दोबारा सूडान के राष्ट्रपति चुने गये, कोलंबिया विश्व का सबसे हिंसक एवं ख़तरनाक देश घोषित।

1996 - ग्वाटेमाला में गत 36 वर्षों से चला आ रहा गृहयुद्ध समाप्त।

1979 - पश्चिमी अफ्रीकी देश टोगो ने संविधान अंगीकार किया।

1975 - अफ्रीकी देश मेडागास्कर में संविधान प्रभावी हुआ।

1949 - भारत ने चीन को मान्यता दी।

1943 - स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस ने पोर्ट ब्लेयर में भारत की आजादी का झंडा लहराया।

1935 - इटली के लड़ाकू विमानों के हमले में अफ्रीकी देश इथोपिया स्थित स्वीडन की रेडक्रॉस इकाई ध्वस्त।

1922 - रूस की राजधानी मास्को के बोलशोई थियेटर से सोवियत संघ के निर्माण की औपचारिक रूप से घोषणा की गयी।

1906 - अखिल भारतीय मुस्लिम लीग की स्थापना ढाका (अब बंगलादेश) में हुई।

1893 - रूस और फ्रांस ने सैन्य समझौते पर हस्ताक्षर किये।

1873 - अमेरिका के न्यूयार्क में माप तौल के लिए मेट्रोलाॅजिकल सोसायटी का गठन।

1803 - ब्रिटेन की ईस्ट इंडिया कंपनी ने दिल्ली, आगरा तथा भरूच पर नियंत्रण किया।

1703 - जापान की राजधानी टोक्यो में भूकंप से 37 हजार लोगों की मौत।

जन्म

1950 - हनुमप्पा सुदर्शन- प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता।

1944 - वेद प्रताप वैदिक- प्रसिद्ध राजनैतिक विश्लेषक, वरिष्ठ पत्रकार और हिन्दी प्रेमी रहे।

1935- मैनुअल आरों - प्रथम भारतीय शतरंज मास्टर हैं।

1923- प्रकाशवीर शास्त्री - लोकसभा सदस्य और संस्कृत के विद्वान, आर्य समाज के नेता के रूप में भी प्रसिद्ध।

1917- भाई मोहन सिंह - भारत के प्रख्यात उद्योगपति, जो दिग्गज दवा कम्पनी 'रैनबैक्सी' के संस्थापक थे।

1902- आचार्य रघुवीर - महान भाषाविद, प्रख्यात विद्वान्‌, राजनीतिक नेता तथा भारतीय धरोहर के मनीषी थे।

1879- रमण महर्षि - बीसवीं सदी के महान् संत और समाज सेवक।

1865- रुडयार्ड किपलिंग - 'नोबेल पुरस्कार' से सम्मानित ब्रिटिश लेखक और कवि थे।

निधन

2018 - मृणाल सेन - भारत के प्रसिद्ध फ़िल्म निर्माता व निर्देशक।

2014 - जे. बी. मोरायश - कोंकणी भाषा के कवि व लेखक थे।

2009 - राजेन्द्र अवस्थी - भारत के प्रसिद्ध साहित्यकार, पत्रकार और 'कादम्बिनी पत्रिका' के सम्पादक।

1990 - रघुवीर सहाय- हिन्दी के साहित्यकार व पत्रकार।

1975 - दुष्यंत कुमार- हिन्दी के कवि और ग़ज़लकार।

1971 - विक्रम साराभाई- जाने माने वैज्ञानिक।

1968 - ट्रीगवी ली- प्रसिद्ध मजदूर नेता, राजकीय अधिकारी, नॉर्वीयन राजनीतिज्ञ तथा जानेमाने लेखक थे।

1706 - मार्टिन- पुड्डुचेरी के संस्थापक तथा गवर्नर जनरल।

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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव पाश

   

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