आर्थिक सुरक्षा के लिए साइबर बन सकता है खतरा : निर्मला सीतारमण

राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में 447 विद्यार्थियों को मिली उपाधियां

गांधीनगर, 13 जनवरी (हि.स.)। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण साेमवार काे गांधीनगर स्थित राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी (आरआरयू) में आयाेजित चौथा दीक्षांत समारोह में

बताैर मुख्य अतिथि शामिल हुईं। उन्हाेंने गुजरात सरकार के मंत्री कनू देसाई की उपस्थिति में कुल 447 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की।

निर्मला सीतारमण ने अपने संबोधन में आरआरयू की खासियत और राष्ट्रीय सुरक्षा के विस्तृत दृष्टिकोण पर बल दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा महज सशस्त्र बल तक सीमित नहीं है, देश की आर्थिक सुरक्षा और लोगों के कल्याण को भी समाहित करती है। उन्होंने प्रो. बिमल एन पटेल के राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में किए गए योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि तकनीक मात्र सीमाओं तक सीमित नहीं है। उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि साइबर विश्व-देश की आर्थिक सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकता है। उन्होंने डिजिटल पब्लिक इन्फ्रांस्ट्रक्चर (डीपीआई) के फायदे और खतरे के संबंध में भी चर्चा की।

केन्द्रीय मंत्री ने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को एक साथ बढ़ाने के लिए आरआरयू के पाठयक्रम को हमेशा अपडेट करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने रक्षा साधनों के उत्पादन, निर्यात में बढ़ाेतरी, देश की समुद्री क्षेत्र, जीआईएफटी आईएफएससी में शिप लिजिंग सेक्टर और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में आंकड़ाें की जानकारी साझा की।

दीक्षांत समारोह में 13 विद्यार्थियों को उनके शैक्षणिक सफर में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए गोल्ड मेडल दिया गया। वहीं 3 विद्यार्थियों को शारीरिक शिक्षा और तकनीकी क्षेत्र में शोध के लिए पीएचडी की उपाधि दी गई। इसके अलावा नौ सेना के 11 अधिकारियों को डिप्लोमा एवं पीजी डिप्लोमा की उपाधि दी गई। समारोह में दो पुस्तकों विश्व सहायक भारत की वैश्विक सहायता और सहायता का सम्मान एवं कॉफी टेबल बुक ए ग्लिम्प्स ऑफ 365 डेज का विमोचन किया गया। समारोह में आरआरयू के कुलपति प्रोफेसर (डॉ) बिमल एन पटेल ने यूनिवर्सिटी की उपलब्धियों की जानकारी दी।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय

   

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