दिल्ली की सीएम ने 2024 ओलंपिक और पैरालिंपिक पदक विजेताओं को सम्मानित किया

नई दिल्लीः पेरिस ओलंपिक और पैरालंपिक खिलाड़ियों को सम्मानित करती सीएम आतिशी

नई दिल्ली, 2 जनवरी (हि.स.)। दिल्ली सरकार ने गुरुवार को 2024 के ओलंपिक और पैरालंपिक में भारत का मान बढ़ाने वाले दिल्ली के 5 खिलाड़ियों व एक कोच को नकद प्रोत्साहन योजना के तहत एक तय राशि देकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री आतिशी ने खिलाड़ी शरद कुमार को 2 करोड़ रुपये, अमन को 1 करोड़ रुपये, शरद कुमार के कोच सजल कुमार राय, तूलिका मान और विकास सिंह को 10- 10 लाख रुपये और अमोज जैकब को 5 लाख रुपये का चेक देकर सम्मानित किया। सरकार की तरफ से इन खिलाड़ियों में 3 करोड़ 35 लाख रुपये वितरित किए गए।

मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि पिछले 10 साल में आम आदमी पार्टी (आआपा) की सरकार ने दिल्ली के अंदर नए और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने के लिए ज्यादा से ज्यादा मदद करने की कोशिश की है।

खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे कई देश हैं जिनकी आबादी भारत से कम है, लेकिन वे हमसे ज़्यादा पदक जीतते हैं। खिलाड़ियों से चर्चा के बाद यह बात सामने आई कि ऐसा खिलाड़ियों की कमियों की वजह से नहीं बल्कि हमारी सरकारों की वजह से है, क्योंकि खेलों का प्रशिक्षण महंगा है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में दिल्ली में बड़े पैमाने पर खेल के बुनियादी ढांचे का विकास हुआ है।

मुख्यमंत्री ने खुशी जताते हुए कहा कि दिल्ली सरकार ने पिछले 10 सालों में हमारे युवा खिलाड़ियों को सहयोग देने के लिए हर संभव प्रयास किए हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे युवा खिलाड़ियों की मेहनत की बदौलत हम विश्व खेल आयोजनों में भारत का परचम लहराते देखेंगे। 2018 से लेकर आज तक 394 खिलाड़ियों को सहयोग दिया गया है और 25 करोड़ रुपये से ज़्यादा खर्च किए गए हैं।

इस अवसर पर दिल्ली स्पोर्ट्स स्कूल के बच्चे भी मौजूद रहे। पुरस्कृत हुए खिलाड़ियों ने इन बच्चों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेलों में सफलता प्राप्त करने के लिए टिप्स दिए। साथ ही, बच्चों के सवालों के जवाब भी दिए।

समारोह के बाद मुख्यमंत्री आतिशी ने इस बारे में एक्स पर लिखा, अक्सर युवा खिलाड़ियों को ओलंपियंस की फोटो सिर्फ़ दीवारों पर दिखती हैं। पर आज के कार्यक्रम के दौरान ‘दिल्ली स्पोर्ट्स स्कूल’ के स्टूडेंट्स को, इन ओलंपियंस से अपने दिल से निकले सवालों को पूछने का मौक़ा मिला - उनकी ट्रेनिंग, उनकी चुनौतियों, उनकी ज़िंदगी के मुश्किल पलों के बारे में। ऐसा लग रहा था कि आज के ओलंपियंस आने वाले समय के ओलंपियंस को मेंटर कर रहे हैं। दिल को छूने वाले पल थे…।

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हिन्दुस्थान समाचार / दधिबल यादव

   

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