ममता बनर्जी के आदेश के 24 घंटे के भीतर ही देउचा-पचामी में काम शुरू, हुआ भूमिपूजन
- Admin Admin
- Feb 06, 2025
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कोलकाता, 06 फरवरी (हि. स.)। पश्चिम बंगाल की औद्योगिक मानचित्र में एक नया अध्याय जुड़ गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आदेश के 24 घंटे के भीतर ही बीरभूम जिले के देउचा-पचामी कोयला खदान परियोजना में काम शुरू हो गया। गुरुवार दोपहर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति में भूमिपूजन संपन्न हुआ।
जिला अधिकारी विधान राय ने बताया कि बुनियादी ढांचा पूरी तरह तैयार है। स्थानीय लोग अब यहां से बेसाल्ट और ब्लैकस्टोन निकाल सकेंगे, जिससे उन्हें रोजगार मिलेगा। हालांकि, शुरुआत में स्थानीय लोगों ने पुनर्वास और नौकरियों को लेकर विरोध जताया, लेकिन जिला अधिकारी ने स्पष्ट किया कि 90 प्रतिशत स्थानीय लोगों को यहां काम का अवसर दिया गया है और पुनर्वास को लेकर कोई असंतोष नहीं है।
बुधवार को विश्व बंग व्यापार सम्मेलन (बीजीबीएस) के पहले दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीरभूम के देउचा-पचामी कोयला खदान परियोजना का जिक्र किया था। उन्होंने बताया कि यह एशिया की दूसरी सबसे बड़ी कोयला खदान है, जिसमें 210 करोड़ 20 लाख टन कोयले का भंडार है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि बुनियादी ढांचा तैयार है और गुरुवार से ही काम शुरू किया जा सकता है। निवेशकों से उन्होंने इस परियोजना में भाग लेने का आग्रह किया था।
मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद गुरुवार सुबह से ही परियोजना स्थल पर गतिविधियां तेज हो गईं। मौके पर उप जिलाधिकारी सुप्रतीम सिन्हा, जिलाधिकारी विधान राय और पुलिस अधीक्षक अमनदीप पहुंचे। उनके साथ तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद समीरुल इस्लाम और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद थे। सबसे पहले चांदा मौजा की 12 एकड़ जमीन पर कार्य शुरू हुआ और विधिवत भूमिपूजन किया गया।
जिलाधिकारी विधान राय ने बताया कि इस इलाके की भौगोलिक संरचना के अनुसार, मिट्टी के नीचे बेसाल्ट की परत और उसके नीचे कोयला मौजूद है। कोयला निकालने के लिए पहले बेसाल्ट की परत हटानी होगी और यह कार्य स्थानीय लोग ही करेंगे। इससे बड़ी संख्या में महिलाओं को भी रोजगार मिलेगा। हालांकि, कुछ स्थानों पर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अभी जारी है, जिसे तेजी से पूरा किया जा रहा है।
तृणमूल सांसद समीरुल इस्लाम ने कहा कि आज से यहां काम शुरू हो गया है। 90 प्रतिशत स्थानीय लोगों को रोजगार मिल चुका है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भी यहां मौजूद हैं। सरकार सुनिश्चित करेगी कि कोई भी व्यक्ति रोजगार से वंचित न रहे। मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि सभी को काम दिया जाए।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर