कानपुर, 14 जनवरी (हि.स.)। ठंड में हो रहे इजाफे के चलते लोगों को सांस से जुड़ी तमाम समस्याए हो रहीं हैं। यही कारण है कि अस्पतालों में लगने वाली ओपीडी में फेफड़ों के मर्ज से जुड़े मरीजों की संख्या में 18 से 20 प्रतिशत तक इजाफा देखने को मिल रहा है। विशेषज्ञ की माने तो इस सर्द मौसम में लापवाही और ठंड को नजरअंदाज करने पर बैक्टीरिया मुंह के जरिये शरीर में प्रवेश करता है फिर ये फेफड़ों को जकड़ लेता है। जिससे सांस लेने में परेशानी होने लगती है। ऐसे में यदि समय रहते इस इसका इलाज न किया जाए तो यह एक विकराल रूप ले सकता है। इस तरह के लक्षण होने और इसके बचाव को लेकर मेडिकल कालेज के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. आरके वर्मा से मंगलवार को खास बातचीत की गई।
उन्हाेंने बताया कि मौसम में हो रहे बदलाव का असर लोगों के शरीर में भी देखने को मिल रहा है। सर्दियों को नजरअंदाज करने से फेफड़ों में इंफेक्शन होने की वजह से मरीज को खांसी और सर्दी जुखाम की वजह से सांस लेने की समस्या होने लगती है। यह परेशानी उन मरीजों में सबसे ज्यादा देखी जा रही है, जिनकी शारीरिक क्षमता कम होती है। समय पर ध्यान न दिया जाए तो यह एक गंभीर बीमारी में तब्दील दो जाता है। फेफड़ों में इंफेक्शन होने के बाद शारीरिक रूप से कमजोर मरीजों को खांसी और जुकाम की वजह से सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। फेफड़ों की समस्या से जूझ रहे मरीजों के छीकने और खांसने पर निकलने वाले बैक्टीरिया के संपर्क में आने से दूसरों में तेजी से फैलता है। यही कारण है कि मौजूदा समय में अस्पताल में लगने वाली ओपीडी में 18 से 20 प्रतिशत फेफड़ों से संबंधित मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है।
आगे उन्होंने बताया कि चेस्ट इन्फेक्शन से खुद को बचाने के लिए सर्दी वाली जगहों पर जाने से बचे, रोजाना ताजे भोजन का ही सेवन करें। खांसी की समस्या होने पर गुनगुने पानी से गरारा करने के साथ-साथ गर्म पानी पीते रहें। नाक और मुंह को कपड़े या मास्क से ढके रहें ताकि बैक्टीरिया मुंह से शरीर में प्रवेश न कर सके। सबसे महत्वपूर्ण इस तरह के लक्षण होने पर अपने मन से कोई भी दवा का सेवन करने के वजाय डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
इससे बचने के लिए खुद को ठंड से बचाकर रखें। ठंडे पानी की बजाय गुनगुना पानी पीते रहे, धूम्रपान कतई न करें। दिन में कई बार गुनगुने पानी से गरारा करें इससे गले में मौजूद बैक्टीरिया काफी हद तक कम होती है। साथ ही किसी भी तरह की समस्या होने पर डॉक्टर से जरूर परामर्श लें।
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हिन्दुस्थान समाचार / Rohit Kashyap