भोपाल में आज अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, डॉ. सुरेश अवस्‍थी को मिलेगा राष्‍ट्रीय कवि प्रदीप सम्‍मान

भोपाल, 25 जनवरी (हि.स.)। मध्‍य प्रदेश शासन का संस्‍कृति विभाग प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्‍या पर आज शाम अखिल भारतीय कवि सम्‍मेलन एवं राष्‍ट्रीय कवि प्रदीप सम्‍मान अलंकरण समारोह का आयोजन करेगा। अलंकरण समारोह में अंतरराष्‍ट्रीय कवि डॉ. सुरेश अवस्‍थी को वर्ष 2023 के लिए प्रतिष्ठित राष्‍ट्रीय कवि प्रदीप सम्‍मान प्रदान किया जाएगा। संस्कृति संचालक एन.पी. नामदेव ने बताया कि संस्कृति विभाग द्वारा वर्ष 2012 में प्रतिष्ठित राष्‍ट्रीय कवि प्रदीप सम्‍मान की स्‍थापना की गई थी। यह सम्‍मान मंचीय कविता के क्षेत्र में श्रेष्‍ठ एवं उत्‍कृष्‍ट अवदान के लिए कवि-कवयित्री को सम्‍मानित करने के उद्देश्‍य से स्‍थापित किया गया था। इस सम्‍मान के अन्‍तर्गत पांच लाख रुपये की राशि और सम्‍मान पट्टिका भेंट की जाती है। उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय कवि सम्‍मेलन का आयोजन रवीन्‍द्र भवन के अंजनी सभागार में सायं 7 बजे किया जा रहा है। इसमें ओज के सुविख्‍यात कवि डॉ.हरिओम पंवार-मेरठ, डॉ. कीर्ति काले-दिल्‍ली, डॉ. कमलेश शर्मा- इटावा, मदन मोहन समर-भोपाल, डॉ. भुवन मोहिनी- इंदौर, अमित शर्मा- नोएडा, गौरव ''साक्षी'' - इंदौर, रमेश चन्‍द्र चांगेसिया प्रभात-बड़नगर अपनी-अपनी रचनाओं को प्रस्‍तुत करेंगे। इस कार्यक्रम में प्रवेश नि:शुल्‍क रहेगा, पहले आओ-पहले पाओ की तर्ज पर स्‍थान प्रदान किया जा सकेगा।सुरेश अवस्‍थी का परिचयः अंतरराष्‍ट्रीय ख्‍याति प्राप्‍त कवि, राष्‍ट्रपति सम्‍मान प्राप्‍त शिक्षाविद् एवं वरिष्‍ठ पत्रकार डॉ. सुरेश अवस्‍थी का जन्‍म 15 फरवरी, 1953 में ग्राम कहिंजरी, कानपुर देहात में हुआ था। आपके पिता का नाम भैया लाल अवस्‍थी एवं माता का नाम ज्ञानवती अवस्‍थी है। आपकी शिक्षा एमए, बीएड, पीएचडी (हिंदी साहित्य) छत्रपति शाहू महाराज विश्‍विद्यालय, कानपुर से पूर्ण हुई। आप गुरु नानक कॉलेज, कानपुर में हिन्‍दी विभाग के विभागाध्‍यक्ष हैं, साथ ही दैनिक जागरण, कानपुर में 26 वर्षों से शिक्षा की मानक पत्रकारिता भी जारी है। आपकी प्रकाशित कृतियां आंधी बरगद और लोग (कविता संग्रह), शीतयुद्ध (कथा संग्रह), चप्पा चप्पा चरखा चले (पद्य व्यंग्य संग्रह), सब कुछ दिखता है (गद्य व्यंग्य संग्रह), नो टेंशन (गद्य व्यंग्य संग्रह), व्यंग्योपैथी (व्यंग्य संग्रह), कैंची और आलपिन (पद्य व्यंग्य संग्रह), बन कर खिलो गुलाब (दोहा संग्रह), दीवारें सुन रही हैं (गजल संग्रह), डॉ. सुरेश अवस्थी के प्रमुख व्यंग्य (गद्य व्यंग्य संग्रह) आदि हैं।डॉ. सुरेश अवस्थी को हिंदी शिक्षण व साहित्य प्रसार के लिए राष्ट्रपति सम्मान 2008, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान का पंडित श्री नारायण चतुर्वेदी स्मृति सम्मान, काका हाथरसी स्मृति हास्य व्यंग्य, विक्रमादित्य सम्मान , मध्य प्रदेश सहित अन्‍य हैं। इसके अलावा विदेश में उच्चायुक्त लंदन में दो बार सम्मान, इंग्लैंड में उच्चायोग की ओर से दो बार सम्मान, यूके हिंदी समिति, इंग्लैंड द्वारा सम्मान सहित अमेरिका एवं कनाडा में भी आपको विशेष सम्‍मानों से सम्‍मानित किया जा चुका है। हिंदी भाषा प्रसार के अंतर्गत अमेरिका, इंग्‍लैंड, कनाडा, दुबई, इंडोनेशिया, मलेशिया, बहरीन, नाइजीरिया, मस्‍कट, मॉरीशस, बैंकाक, केन्‍या सहित डेढ़ दर्जन से अधिक देशों की काव्‍य यात्राएं कर चुके हैं। आपने देश में लाल किला के राष्‍ट्रीय कवि सम्मेलन में दो बार काव्यपाठ, संसद भवन में भारत रत्न अटल विहारी बाजपेयी जी की स्मृति में आयोजित कवि सम्मेलन में काव्यपाठ के साथ ही विभिन्न संस्थाओं द्वारा आयोजित देश के कई शहरों के कवि सम्मेलनों और मुशायरों में निरन्तर काव्यपाठ, संयोजन व संचालन कर चुके हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

   

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