पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर फायरिंग मामले में तीन गिरफ्तार, दो हमलावरों की हुई पहचान

शिमला, 18 मार्च (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर से पूर्व कांग्रेस विधायक बंबर ठाकुर पर हुए जानलेवा हमले में पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि चार में से दो हमलावरों की पहचान कर ली गई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को विधानसभा में यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि यह हमला बीते शुक्रवार को होली के दिन बिलासपुर में उनकी पत्नी के सरकारी आवास में हुआ था जब बम्बर ठाकुर घर के आंगन में बैठे थे। इस दौरान उन पर गोलियां चलाई गईं जिसमें एक गोली उनके पैर में लगी। वहीं उनके निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) संजीव कुमार को भी कई गोलियां लगीं। फिलहाल दोनों खतरे से बाहर हैं और आईजीएमसी शिमला तथा एम्स बिलासपुर में इलाज करा रहे हैं।

हमलावर हरियाणा के रहने वाले, पुलिस की टीमें रवाना

मुख्यमंत्री ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने 109 (हत्या का प्रयास), बीएनएस की धारा 3(5) (अपराध में एक से अधिक व्यक्ति शामिल होने) और शस्त्र अधिनियम की धारा 25 के तहत मामला दर्ज किया है। जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।

घटना में शामिल चार हमलावरों में से दो की पहचान हो चुकी है। इनकी पहचान हरियाणा के रोहतक जिले के अमन और सागर के रूप में हुई है। पुलिस ने उनकी सीसीटीवी फुटेज हरियाणा पुलिस के साथ साझा की है और उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें रवाना कर दी गई हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि हमले में इस्तेमाल वाहन को जब्त कर लिया गया है और मौके से फोरेंसिक टीम ने कई अहम सुराग जुटाए हैं। पुलिस ने 7.62 एमएम, 7.65 एमएम और 9 एमएम के 24 खाली कारतूस बरामद किए हैं जबकि वाहन से 7.65 एमएम की 10 जिंदा गोलियां, 8 एमएम का एक खाली कारतूस और एक खाली मैगजीन मिली है।

तीन आरोपी गिरफ्तार, चार दिन की पुलिस हिरासत

इस साजिश में शामिल तीन आरोपियों वाहन चालक रितेश (24), रोहित कुमार (29) और मनजीत सिंह (33) को गिरफ्तार किया गया है। ये तीनों बिलासपुर जिले के रहने वाले हैं। अदालत ने उन्हें 19 मार्च तक चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

सुक्खू ने कहा कि इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए राज्य सरकार अपराध नियंत्रण एवं संगठित अपराध रोकथाम विधेयक, 2025 लाने जा रही है। उन्होंने कहा कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने हमले के दौरान बहादुरी दिखाने वाले पीएसओ संजीव कुमार की सराहना की और कहा कि उनकी तत्परता और जवाबी कार्रवाई से जान-माल की बड़ी क्षति टल गई।

इस बीच नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश को ‘देवभूमि’ कहा जाता है लेकिन यहां गैंगवार जैसी घटनाएं प्रदेश की परंपराओं के खिलाफ हैं। उन्होंने अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि बंबर ठाकुर इस मामले की जांच पूरी होने से पहले ही राजनीतिक बयानबाजी कर रहे हैं और लोगों पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि पूर्व विधायक को ऐसे बयान देने से रोकें।

इस पर मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से बंबर ठाकुर से इस बारे में बात करेंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

   

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