अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं की शक्ति और संघर्ष को नमन करने का अवसर : मीनू कालीरामन

हिसार, 8 मार्च (हि.स.)। प्रसिद्ध पर्वतारोही हिसार निवासी मीनू कालीरामन ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि महिलाओं की शक्ति, संघर्ष और अटूट संकल्प को नमन करने का अवसर है। महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता एक ध्येय बनता जा रहा है जिससे महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में अपना नाम कमा रहीं हैं।अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मीनू कालीरामन ने कहा कि आज दुनिया के हर क्षेत्र में महिलाएं अपनी काबिलियत साबित कर रही हैं। चाहे पर्वतों की ऊंचाइयों को छूना हो, विज्ञान और तकनीक में क्रांति लानी हो, राजनीति में नेतृत्व करना हो या समाज सेवा में योगदान देना हो, हर क्षेत्र में महिलाएं अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। मेरा मानना है कि कोई भी सपना बड़ा नहीं होता और कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता, बस हौसला मजबूत होना चाहिए।मीनू ने बताया कि अपनी पर्वतारोहण यात्रा के दौरान उन्होंने सीखा कि चुनौतियां जीवन का हिस्सा हैं, लेकिन अगर हमारे इरादे मजबूत हों तो कोई भी बाधा हमें रोक नहीं सकती। हर लड़की को यह विश्वास होना चाहिए कि वह अपने सपनों को पूरा कर सकती है। परिवार और समाज को भी महिलाओं को समान अवसर देने चाहिए ताकि वे अपनी क्षमताओं को पूरी तरह विकसित कर सकें। हर नारी में शक्ति है, बस उसे पहचानने की जरूरत है।मीनू ने महिलाओं से कहा कि इस महिला दिवस पर हम सभी संकल्प लें कि हम हर लड़की और महिला को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेंगे, उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद करेंगे और एक सशक्त, शिक्षित व आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान देंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

   

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