फरीदाबाद:सूरजकुंड शिल्प मेले की पहली शाम रही सुप्रसिद्ध सूफी गायक सतिंदर सरताज के नाम

सूफी सिंगर ने बिखेरा अपनी मखमली आवाज का जादू

फरीदाबाद, 8 फरवरी (हि.स.)। 38 वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड शिल्प मेले की पहली शाम देश के जाने माने पंजाब के सुप्रसिद्ध सूफी गायक, संगीतकार और कलाकार डॉ सतिंदर सरताज के नाम रही। उन्होंने अपनी सुरीली और मखमली आवाज से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। उन्होंने बिना किसी अंतराल के करीब दो घंटे की बेजोड़ प्रस्तुति दी। उनकी आज खोल दे दिलां दी गल सारी गीत पर दर्शक जमकर झूमे। उल्लेखनीय है कि देश और दुनिया में शिल्प और कला के क्षेत्र में अपनी अलग ही पहचान बना चुके 38 वां अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड शिल्प मेला 7 फरवरी से शुरू हुआ है, जो कि 23 फरवरी तक चलेगा। मेले में दर्शकों के मनोरंजन के लिए शानदार प्रबंध किया गया है, जिसमें दिनभर अलग अलग राज्यों और प्रदेशों के कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे, वहीं दूसरी ओर हर शाम को संगीतमई बनाने के लिए जाने माने कलाकारों को आमंत्रित किया गया है। शिल्प मेले के पहली शाम को आज देश और दुनिया में अपनी पहचान बना चुके सुरीली आवाज के बादशाह डॉ सरताज ने अपनी कला का खूब जादू बिखेरा। उन्होंने अपनी प्रस्तुति की शुरुआत साईं के भजन साईं रे साई, फरियाद तेरे साई से की तो वहां पर बैठे हजारों की संख्या में दर्शक मंत्रमुग्ध होकर भक्ति भाव में खो गए। उन्होंने आजा खोल दे दिला दी गल सारी..गीत की प्रस्तुति दी तो सारा पंडाल नाचने पर मजबूर हो गया। हर कोई दर्शक उनके गाने के नाचते हुए अपने आपको अपने फोन के कैमरे में कैद करता नजर आया। इसी प्रकार से उन्होंने सानू ईक पल चैन ना आवे सजना तेरे बिना, उड़े जब जब जुल्फें तेरी कि कैसे ना नजर फिसले, पानी लेने के बहाने आजा कि तेरा मेरा इक रस्ता आदि गीतों की शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। देर रात तक चले इस कार्यक्रम में डॉ सरताज के बेहतरीन गानों पर उनके प्रशंसक जमकर झूमे और खुले मैदान में लोगों के पास जितनी तालियां थी, सतिंदर सरताज ने अपनी कला के जरिए खूब तालियां बटोरी। डॉ सतिंदर को सुनने के लिए सूरजकुंड मेला प्राधिकरण द्वारा व्यापक प्रबंध किये गए थे। दर्शकों को जहां जगह मिली, वहीं रुक कर सरताज को सुना। उन्होंने 'सुरों के सरताज' के गानों को दूर से सुनकर खूब आनंद लिया। वहीं दूसरी ओर सतिंदर सरताज के साथ उनके प्रशंसक एक सेल्फी लेने के लिए उत्साहित नजर आए। मेले में विभिन्न राज्यों के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों को आकर्षित किया। बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित थे, जिन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लिया। मेले का आयोजन हर साल फरीदाबाद में किया जाता है, जो कि सूरजकुंड मेले के नाम से प्रसिद्ध है। इस अवसर पर पर्यटन विभाग की एमडी कला रामचंद्रन सहित कला एवं संस्कृति, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / -मनोज तोमर

   

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