दिल्ली सरकार के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने दुर्गा विसर्जन के लिए आस्था कुंज में बनाया कृत्रिम घाट

नई दिल्ली, 13 अक्टूबर (हि.स.)। दुर्गा पूजा का पावन पर्व बड़े पूरी दिल्ली में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया I जगह-जगह पर लगे पण्डालों में स्थापित की गई मां दुर्गा की मूर्तियों का आस्था पूर्वक विसर्जन किया गया I इसी श्रृंखला में आज दिल्ली सरकार के सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग ने मां दुर्गा की मूर्तियों के पर्यावरण अनुकूल विसर्जन के लिए आस्था कुंज, नेहरू प्लेस में विस्तृत व्यवस्था की। दिल्ली सरकार ने आस्था कुंज में मां दुर्गा की मूर्तियों के विसर्जन हेतु कृत्रिम घाट के निर्माण के साथ-साथ श्रद्धालुओं के बैठने के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं रोशनी के लिए लाइटों की व्यवस्थाएं तथा पानी की व्यवस्था का पर्याप्त इंतजाम किया I मां दुर्गा की मूर्तियों के विसर्जन हेतु दो जेसीबी मशीनों की व्यवस्था भी दिल्ली सरकार की ओर से की गई, ताकि सभी श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के मां दुर्गा की बड़ी-बड़ी मूर्तियों का विसर्जन भी आसानी से और पूरी श्रद्धा के साथ कर सकें I

दिल्ली सरकार द्वारा आस्था कुंज में कृत्रिम तालाब घाट बनाया गया I इस कृत्रिम घाट में आसपास के क्षेत्र की लगभग 40 दुर्गा पूजा समितियों ने मां दुर्गा की मूर्तियों के विसर्जन के लिए इस स्थान का उपयोग किया। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के मंत्री सौरभ भारद्वाज सरकारी प्रयासों के सुचारु कार्यान्वयन की निगरानी के लिए सुबह से शाम तक व्यक्तिगत रूप से उपस्थित थे। उन्हाेंने विसर्जन करने आए सभी श्रद्धालुओं का स्वागत किया तथा लगातार व्यवस्थाओं पर निगरानी बनाए रखी और सभी व्यवस्थाओं को व्यवस्थित ढंग से चलने के लिए व्यवस्था संभाल रहे लोगों के साथ मिलकर उनका सहयोग भी कराया I विसर्जन करने आए सभी श्रद्धालु दिल्ली सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं से बेहद खुश नजर आए और सभी श्रद्धालुओं ने पूरी आस्था के साथ मां दुर्गा की मूर्तियों का विसर्जन किया I

यमुना को प्रदूषण से बचाने के लिए दिल्ली सरकार पिछले कुछ वर्षों से लगातार प्रयास कर रही है। इसी श्रृंखला में सरकार गणेश पूजा, सरस्वती पूजा, काली पूजा, दुर्गा पूजा और छठ पूजा जैसी धार्मिक गतिविधियों के लिए लोगों को कृत्रिम तालाब उपलब्ध कराती है। ताकि लोग अपनी धार्मिक आस्थाओं का निर्वहन भी कर सकें और यमुना को प्रदूषित होने से भी बचाया जा सके I

मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा- “यह बहुत महत्वपूर्ण है कि सरकार अपनी नीतियां इस तरह बनाएं कि धार्मिक भावनाओं का भी सम्मान हो और पर्यावरण भी सुरक्षित रहे।“ आस्था कुंज पर की गई व्यवस्थाओं को लेकर उन्हाेंने कहा कि सीआर पार्क, जीके, अलकनंदा, नीति बाग के निवासी खुश हैं, कि वे अपने परिवार, महिलाओं और बच्चों को आस्था कुंज में ला सकते हैं। विसर्जन के लिए बनाए गए इस आस्था कुंज तालाब के चारों ओर हरी घास और खूबसूरत पेड़ों ने विसर्जन स्थल को इतना आकर्षक बना दिया गया है कि लोग मां दुर्गा के विसर्जन के बाद वहां बैठकर आराम करते नजर आए।

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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी

   

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