ज्ञान, चरित्र और एकता काे बनाए रखने में छात्र संगठनों अहम भूमिका : राज्यपाल
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- Feb 06, 2025
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राज्यपाल शिव प्रशाप शुक्ला ने नागरिक अभिनंदन समारोह में युवाओं को किया सम्मानित
शिमला, 6 फरवरी (हि.स.)। शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में गुरुवार काे हिमाचल प्रदेश में अंतर-राज्यीय जीवन में छात्रों के अनुभव (एसईआईएल)2025 के तहत नागरिक अभिनंदन समारोह का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने पूर्वोत्तर राज्यों के युवाओं एवं एसईआईएल प्रतिनिधियों को सम्मानित किया।
राज्यपाल ने स्वामी विवेकानंद सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि भारत एक ‘विचार’ है, जिसे पोषित किया जाना चाहिए। उन्होंने ज्ञान, चरित्र और एकता के मूल्यों को बनाए रखने के लिए छात्र संगठनों की सराहना की।
उन्होंने एसईआईएल पहल के महत्व पर भी प्रकाश डाला, जो विभिन्न क्षेत्रों के छात्रों के बीच राष्ट्रीय एकता और आपसी समझ को बढ़ावा देती है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम न केवल भारत की विविधता को एकीकृत करने का प्रयास है, बल्कि यह राष्ट्रीय एकता और सामाजिक सद्भाव को भी मजबूत करता है, जो राष्ट्र निर्माण में योगदान करता है।
राज्यपाल ने यह भी बताया कि 1966 में अपनी स्थापना के बाद से एसईआईएल पहल पिछले छह दशकों से देशभर में एकता की भावना को प्रोत्साहित कर रही है। इस वर्ष राष्ट्रीय एकता यात्रा 20 जनवरी 2025 से गुवाहाटी से शुरू हुई, जिसमें 256 छात्र आठ समूहों में विभाजित होकर पूरे भारत की यात्रा कर रहे हैं। प्रत्येक समूह का नाम पूर्वोत्तर भारत के महान स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर रखा गया है, जो उनकी बलिदान और समर्पण की याद दिलाते हैं।
चौथे समूह में 32 छात्र शिमला में 2 से 6 फरवरी तक रहे, जहां उन्होंने स्थानीय संस्कृति, भाषा और परंपराओं के बारे में जानकारी हासिल की। इसके साथ ही उन्होंने स्थानीय परिवारों के साथ रहकर हिमाचल प्रदेश में दैनिक जीवन का अनुभव किया और स्थानीय समुदायों से बातचीत की जिससे उनका ज्ञान बढ़ा और जिम्मेदार नागरिकता की भावना को बढ़ावा मिला।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील शुक्ला