गुरुग्राम: चीन, इंडोनेशिया से ऑरपेट रिकवरी कंपनी के 15 साइबर ठग गिरफ्तार 

-लोन रिकवरी के नाम पर ठगी करने के 15 साइबर ठग युवक-युवतियां काबू

-लोगों के पास कॉल करके ज्यादा राशि भरने के नाम पर डरा-धमका ठगी करते थे

गुरुग्राम, 9 जनवरी (हि.स.)। चीन व इंडोनेशिया से ऑपरेट रिकवरी कंपनी के 15 साइबर ठगों को गुरुग्राम पुलिस ने युवक-युवतियों को नोयडा से काबू किया है। वे लोन रिकवरी के नाम पर लोगों को डरा-धमकाकर ज्यादा राशि भरने के नाम पर साइबर ठगी करते थे। गुरुवार को साइबर अपराध सहायक पुलिस आयुक्त प्रियांशु दीवान ने बताया कि आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है, ताकि उनके द्वारा की गई सभी वारदातों का पता लग सके।

थाना साइबर अपराध की टीम ने विभिन्न चाइनीज ऐप्स के माध्यम से लिए गए लोन की रिकवरी के लिए लोगों को डरा-धमका कर ज्यादा पैसे रिकवर करके ठगी करने वाले 15 आरोपियों को सेक्टर-2 नोएडा (उत्तर-प्रदेश) से काबू किया। आरोपियों की पहचान हरमन, आंजनेय चौधरी, अरुण कुमार, सचिन, बिलाल खान, आसिफ, उज्ज्वल, सलमान अब्बास, सुरेश, हिमांशु, सन्नी श्रीवास्तव, मनमोहन, रिपुन्जय, अनिल व महेंद्र के रूप में हुई। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के खिलाफ थाना साईबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम में केस दर्ज किया है।

इंस्टेंट लोन रिकवरी के लिए देते थे धमकी

आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपी डायलबैक प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी के लिए काम करते हैं। डायलबैक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी इंस्टेंट लोन देने का व दिए गए इंस्टेंट लोन की रिकवरी करने का काम एक एनबीएफसी कंपनी वैशाली सिक्योरिटीज कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर करती है। वैशाली सिक्योरिटीज कंपनी प्राइवेट लिमिटेड जरूरतमन्द लोगों को अलग अलग इंस्टेंट लोन एप्लीकेशन के माध्यम से इंस्टेंट लोन (पांच हजार से लेकर लगभग 60 हजार तक सात दिन, 15 दिन व 21 दिन के लिए) देती है। डायल बैक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी उस लोन की रिकवरी करने का काम करती है।

कंपनी रजिस्टर्ड भारत में, संचालन चीन व इंडोनेशिया से

डायल बैक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी रजिस्टर्ड तो भारत देश में है, लेकिन इसको ऑपरेट चीन व इंडोनेशिया से किया जाता है। चीन में इंडोनेशिया में कंपनी को ऑपरेट करने वाले लोगों द्वारा ही लोन कैसे देना ओर कैसे रिकवर करना है ये सब निर्देश दिये जाते हैं। तुरंत लोन की ऐप्स के नाम पर दिए गए लोन की रिकवरी का पैसा वैशाली सिक्योरिटीज कंपनी प्राइवेट लिमिटेड को भेजा जाता है। जिन व्यक्तियों ने सभी इंस्टेंट लोन ऐप से लोन लिया है। लोन लेने के बाद जिन व्यक्तियों ने लोन की पेमेंट देरी में की है या नहीं की है, उसकी रिकवरी के लिए उन सब व्यक्तियों का डाटा वैशाली सिक्योरिटीज कंपनी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को उपलब्ध करवाया जाता है। जिसके बाद वैशाली सिक्योरिटीज कंपनी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के आदेश अनुसार डायलबैक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी उस इंस्टेंट लोन की रिकवरी के लिए कॉल सेंटर के स्टाफ/एजेंट्स के माध्यम से कॉलिंग करवाती हैं। लोन लेने वाले लोगों को डराया, धमकाया जाता है और पैसे वसूले जाते है।

आरबीआई ने कंपनी का लाइसेंस कर रखा है रद्द

डायल बैक प्राइवेट लिमिटेड जिस पीएसपीआर एनबीएफसी कंपनी के साथ इंस्टेंट लोन देने व रिकवरी करने का काम करती थी, उसका लाइसेंस आरबीआई द्वार निरस्त किया जा चुका है। आरोपियों के कब्जा से ठगी की वारदातों को अंजाम देने में प्रयोग किया गए पांच लैपटाप, 15 मोबाइल फोन व 223 सिम कार्ड बरामद किए गए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर हरियाणा

   

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