गुरुग्राम: हर्बल दवाइयां बेचने के नाम पर ठगी करने वाले कॉल सेंटर का पर्दाफाश
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- Jan 09, 2025
-कॉल सेंटर से चार लड़कियों सहित 11 साईबर ठगों को किया गिरफ्तार
गुरुग्राम, 9 जनवरी (हि.स.)। ऑनलाइन हर्बल दवाइयां बेचने के नाम पर साइबर ठगी करने वाले एक कॉल सेंटर पर छापेमारी करके पुलिस ने भंडाफोड़ किया। मौके से चार लड़कियों समेत 11 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया। सहायक पुलिस आयुक्त साइबर प्रियांशु दीवान ने गुरुवार को बताया कि आरोपी पिछले करीब 10 महीनों से ठगी करने की वारदातों को अंजाम दे रहे थे।
प्रबंधक थाना साईबर पश्चिम गुरुग्राम में विश्वस्त सूत्रों के माध्यम से सूचना मिली कि डुंडाहेड़ा गांव में अवैध व फर्जीवाड़े से कॉल सेंटर संचालित किया जा रहा है। उस कॉल सेंटर से ऑनलाइन हर्बल सेक्युअल दवाइयां बेचने के नाम पर लोगों से ठगी की जाती है। पुलिस टीम ने इस कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए मौके से चार लकडिय़ों समेत 11 आरोपियों को काबू किया। जिनकी पहचान अमनदीप निवासी मुलुंड कालोनी मालबार हिल रोड, मुंबई (महाराष्ट्र) वर्तमान निवासी ब्लॉक डीएलएफ फेज-3, गुरुग्राम, रंजीत कुमार निवासी नजदीक गत्ता फैक्ट्री महिपालपुर (दिल्ली), मोहम्मद कासिम निवासी गांव छोटी कजरा जिला कटिहार (बिहार) वर्तमान निवासी गांव डुंडाहेडा (गुरुग्राम), प्रतुष कुमार मिश्रा निवासी गांव नौआ जिला श्रावस्ती (उत्तर-प्रदेश), सुशील कुमार निवासी गांव राधोली जिला प्रतापगढ़ (उत्तर-प्रदेश), बृजेश शर्मा निवासी गांव खासमऊ जिला फतेहपुर (उत्तर-प्रदेश), अनूप कुमार निवासी गांव कुतकपुर जिला फिरोजाबाद (उत्तर-प्रदेश), 8. राशिका राणा निवासी सूर्या विहार कापसहेड़ा (दिल्ली), 9. ईशा निवासी ब्लॉक-बी कुतुब विहार फेज-2 (दिल्ली), सोनाली कनोजिया निवासी बिजवासन फ्लाईओवर के पास नजदीक बस स्टैन्ड (दिल्ली), मेघा निवासी श्याम विहार, नजफगढ़ (दिल्ली) के रुप मे हुई। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के खिलाफ अ थाना साईबर अपराध पश्चिम, गुरुग्राम में केस दर्ज किया गया है।
डॉ. राजीव दीक्षित के नाम से बेचते थे हर्बल सेक्सुअल दवाईयां
आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपी अमनदीप व आरोपी रणजीत इस कॉल सेंटर के संचालक हैं। अन्य आरोपियों को इन्होंने काम पर रखा हुआ है। आरोपियों ने स्व. डॉ. राजीव दीक्षित के नाम से हर्बल सेक्सुअल दवाईयां ऑनलाइन बेचने के लिए फेसबुक पर दी-वैदिक आयुर्वेदिक के नाम से पेज बनाया हुआ है। जिस पर ये लोग दवाइयों की इस्तेहार/एडवर्टीजमेंट डालते थे। जब लोग इनके द्वारा डाले गए इस्तेहार/एडवर्टीजमेंट में दिए हुए नंबरों पर संपर्क करते थे या फेसबुक पेज पर डिटेल डालते थे, तो ये उन लोगों से ऑर्डर लेकर पैसे अलग-अलग बैंक खातों में डलवा लेते थे।
लोगों के पास भेजते थे नकली सामान
लोगों के पास नकली सामान भेज देते थे। इसके अलावा ये उन लोगों से अलग-अलग चार्ज के नाम पर क्यूआर कोड/यूपीआइ आईडी के माध्यम से पैसे डलवाकर धोखाधड़ी से ठगी करने की वारदातों को अंजाम देते थे। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी पिछले करीब 9-10 महीनों से उपरोक्त प्रकार से ठगी करने की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। ठगी की वारदातों को अंजाम देने के लिए आरोपियों को 18-20 हजार रुपए की सेलरी तथा ज्यादा सेल करने पर बोनस भी मिलता था।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर हरियाणा