- खेल मंत्री गौरव गौतम ने राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तरीय विद्यालय खेल कूद प्रतियोगिताओं के विजेताओं को किया सम्मानित
पलवल, 16 नवंबर (हि.स.)। हरियाणा सरकार में खेल, युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता व कानून विधायी राज्य मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि कृषि प्रधान राज्य की पहचान से खेलों का सिरमौर बनने तक का हरियाणा का सफर कई मायनों में उल्लेखनीय रहा है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में प्रदेश में खेलों का एक ऐसा माहौल तैयार हुआ है कि आज हरियाणा खेलों का हब बन चुका है। प्रदेश के खिलाड़ी ओलंपिक सहित अन्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं में पदक जीत कर देश-प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं।
खेल मंत्री गौरव गौतम शनिवार को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस स्टेडियम पलवल के इंडोर स्टेडियम में राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तरीय विद्यालय खेल कूद प्रतियोगिताओं में पदक विजेता रहे खिलाडिय़ों के सम्मान में आयोजित समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सभी पदक विजेता खिलाडिय़ों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा बनाई गई नई खेल नीति व आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की बदौलत प्रदेश के खिलाड़ी हरियाणा का नाम विश्व पटल पर चमका रहे हैं। आज हरियाणा खेल क्षेत्र में अपनी एक अनूठी पहचान बना चुका है।
भारत को 2047 तक विकसित बनाने में युवाओं की रहेगी महत्वपूर्ण भूमिका
खेल मंत्री ने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत विकसित भारत होगा, जिसमें देश के युवाओं महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। उन्होंने कहा कि हमें मिलकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के सपनों को साकार करना है। उन्होंने कहा कि बच्चों को खेल से लेकर शिक्षा तक, शिक्षा से लेकर साइंस तक हर प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी और हर क्षेत्र में आपकी मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि पलवल की खेल प्रतिभा क्षेत्र का नाम प्रदेश के साथ-साथ देश-दुनिया में रोशन करें।
खेल मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतिस्पर्धाओं में हरियाणा के खिलाडिय़ों का डंका बजता है। वर्तमान राज्य सरकार द्वारा खिलाडिय़ों को मान-मनोबल बढ़ाने के लिए विजेता खिलाडिय़ों को देश में सर्वाधिक पुरस्कार राशि दी जा रही है। ओलम्पिक खेलों में स्वर्ण विजेता को 6 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता को 4 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक विजेता को 2.50 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है। पैरालम्पिक खिलाडिय़ों को भी ओलम्पिक पदक विजेताओं की तर्ज पर तथा प्रतिभागिता करने पर सामान्य खिलाडिय़ों की भांति समान नकद पुरस्कार प्रदान किए जाने का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा, प्रत्येक प्रतिभागी खिलाड़ी को 15 लाख रुपये देने का भी प्रावधान है। खेल मंत्री गौरव गौतम ने समारोह मे राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाडिय़ों को सम्मानित किया।
हिन्दुस्थान समाचार / गुरुदत्त गर्ग