आईपी विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान और भू-सूचना विज्ञान के नए पाठ्यक्रम शुरू

नई दिल्ली, 14 फ़रवरी (हि.स.)। गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (जीजीएसआईपीयू) ने नए सत्र से अपने मौजूदा पाठ्यक्रमों में कुछ नए विषय जोड़े हैं। विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत अपने पांच वर्षीय बीए-एमए लिबरल आर्ट्स कार्यक्रम में इतिहास, राजनीति विज्ञान और समाजशास्त्र के अलावा मनोविज्ञान को चौथे प्रमुख विषय के रूप में शामिल किया है।

विश्वविद्यालय की तरफ से शुक्रवार को बताया गया कि समाज में मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण की बढ़ती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। यह पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को मानव व्यवहार की जटिलताओं को समझने में सक्षम बनाएगा और उन्हें विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक मुद्दों का व्यापक विश्लेषण करने के लिए आवश्यक सैद्धांतिक और विश्लेषणात्मक सहायता प्रदान करेगा।

यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ एन्वायरनमेंट मैनेजमेंट (यूएसईएम) ने 2025-26 शैक्षणिक सत्र से अनुप्रयुक्त भू-सूचनाविज्ञान में दो वर्षीय परास्नातक (पीजी) कार्यक्रम शुरू किया है। इसमें प्रवेश सामान्य विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) और विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीईटी) के स्कोर तथा योग्यता परीक्षा की मेरिट के आधार पर होगा। विज्ञान, अभियांत्रिकी और भूगोल में स्नातक डिग्री वाले इसमें आवेदन कर सकते हैं। सामान्य वर्ग के लिए न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक, अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए 45 प्रतिशत अंक अनिवार्य है।

यूएसईएम ने पर्यावरण विज्ञान में स्नातक (बीएससी) पाठ्यक्रम के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसमें भी सामान्य विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) और सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीईटी) के स्कोर तथा योग्यता परीक्षा की मैरिट के आधार पर प्रवेश मिलेगा। इसमें आवेदन के लिए 10+2 (विज्ञान) में सामान्य वर्ग के लिए न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक और अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए 45 प्रतिशत अंक आवश्यक है। इन नए पाठ्यक्रमों के माध्यम से आईपीयू विद्यार्थियों को उन्नत शिक्षा और शोध के अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार

   

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