जेएमसी ने आवारा कुत्तों की आबादी नियंत्रित करने के प्रयास किए तेज़
- Neha Gupta
- Jul 21, 2025

जम्मू, 21 जुलाई । जन सुरक्षा सुनिश्चित करने कुत्तों के काटने की घटनाओं को कम करने और पशु कल्याण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जम्मू नगर निगम ने चौवाड़ी क्षेत्र में एसपीसीए परिसर में एक अतिरिक्त नसबंदी केंद्र शुरू करके अपने पशु जन्म नियंत्रण (एबीसी) कार्यक्रम का विस्तार किया है। जम्मू नगर निगम के आयुक्त डॉ. देवांश यादव के निर्देशन में शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य भारत सरकार और भारतीय पशु कल्याण बोर्ड के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए मानवीय और वैज्ञानिक तरीकों से जम्मू शहर में आवारा कुत्तों की बढ़ती आबादी को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करना है।
हाल ही में आवारा कुत्तों की नसबंदी केवल रूप नगर केंद्र में ही की जाती थी जहाँ प्रतिदिन लगभग 12-18 कुत्तों की नसबंदी की जाती थी। हालाँकि आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या और इस प्रक्रिया में तेज़ी लाने की आवश्यकता को देखते हुए, जुलाई 2025 में चौवाड़ी में एक अतिरिक्त केंद्र चालू हो गया। इससे नगर निगम की नसबंदी क्षमता दोगुनी हो गई है और अब दोनों केंद्रों में प्रतिदिन लगभग 40-50 आवारा कुत्तों की नसबंदी की जा रही है।
जम्मू नगर निगम के पशु कल्याण अधिकारी डॉ. गौरव चौधरी ने नागरिकों से इस महत्वपूर्ण पहल में सहयोग और समर्थन की अपील की। उन्होंने बताया कि रूप नगर और चौवाड़ी दोनों केंद्र सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार प्रतिदिन संचालित हो रहे हैं और निवासियों से अनुरोध किया कि यदि वे अपने इलाके में बिना नसबंदी वाले आवारा कुत्तों को देखें तो नगर निगम को सूचित करें ताकि उन्हें जल्द से जल्द इस कार्यक्रम में शामिल किया जा सके। उन्होंने जनता को यह भी याद दिलाया कि आवारा कुत्तों को नुकसान न पहुँचाएँ या उनका कोई अन्य स्थान न बदलें क्योंकि इससे कार्यक्रम बाधित होता है और पशु संरक्षण कानूनों का उल्लंघन होता है।
जम्मू नगर निगम निवासियों और पशुओं, दोनों के लिए एक सुरक्षित, स्वच्छ और अधिक सामंजस्यपूर्ण शहर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। नागरिकों को नसबंदी न किए गए कुत्तों की सूचना देकर निर्धारित क्षेत्रों में आवारा कुत्तों को ज़िम्मेदारी से भोजन देकर और नसबंदी टीमों का सहयोग करके सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। हम सब मिलकर पशुओं के कल्याण को सुनिश्चित करते हुए एक सुरक्षित और स्वस्थ जम्मू का निर्माण कर सकते हैं।



