इंजेक्शन न मिलने से मौत मामले में अधिकारियों पर कार्रवाई करें मुख्यमंत्री : जयराम ठाकुर
- Admin Admin
- Jan 20, 2025
शिमला, 20 जनवरी (हि.स.)। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कैंसर पीड़ित देवराज शर्मा की मौत के मामले में सरकार और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से सख्त कार्रवाई की मांग की है। जयराम ठाकुर ने सोमवार को कहा कि जिन अधिकारियों ने मृतक के परिवार को बदनाम करने और उन पर झूठे आरोप लगाने की कोशिश की है। उन पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारी न केवल असंवेदनशील हैं, बल्कि महत्वपूर्ण पदों पर बने रहने के लायक भी नहीं हैं।
जयराम ठाकुर ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले तो देवराज शर्मा को समय पर इंजेक्शन उपलब्ध नहीं कराया गया और उनकी मौत हो गई। इसके बाद अपनी नाकामी छिपाने के लिए अधिकारियों ने मृतक के परिवार पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें अपमानित किया। उन्होंने कहा कि यह अमानवीयता की पराकाष्ठा है। अपनी साख बचाने के लिए पिता को खो चुके बच्चों के साथ इस तरह का व्यवहार करना बेहद निंदनीय है।
सरकार की संवेदनहीनता पर उठाये सवाल
जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सरकार ने पहले ही समय पर दवा और इंजेक्शन उपलब्ध न करवा कर एक बड़ी गलती की थी। इसके बाद परिवार पर उंगली उठाकर अपनी झूठी शान बचाने की कोशिश ने इस मामले को और जघन्य बना दिया। उन्होंने कहा कि यह घटना प्रदेश की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था का आईना है। अगर सरकार ने समय रहते सही कदम उठाए होते तो देवराज शर्मा की जान बचाई जा सकती थी।
हिम केयर योजना का दिया हवाला
जयराम ठाकुर ने हिम केयर योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार जो यह दावा कर रही है कि उन्होंने मरीज का 1.79 लाख रुपए का इलाज करवाया, वह उनका कोई एहसान नहीं है। परिवार ने हिम केयर का प्रीमियम भरा था। जिसके तहत 5 लाख रुपए तक के इलाज की गारंटी दी गई थी। उन्होंने कहा कि सरकार को 1.79 लाख का उल्लेख करने की बजाय यह शर्म करनी चाहिए कि 3 लाख 21 हजार की सीमा बाकी रहने के बावजूद इंजेक्शन उपलब्ध नहीं कराया गया।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार को इस घटना से सबक लेना चाहिए था और पीड़ित परिवार से माफी मांगकर ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने की दिशा में काम करना चाहिए था। लेकिन सरकार ने इसे अपनी प्रतिष्ठा का मुद्दा बना लिया और मृतक के परिवार पर ही आरोप मढ़ दिए। उन्होंने कहा कि यह कोई एकमात्र मामला नहीं है। आईजीएमसी सहित प्रदेश के कई अस्पतालों में दवाओं और इलाज की कमी आम हो चुकी है। सोशल मीडिया पर लोगों की शिकायतें सरकार की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को उजागर करती हैं।
सरकार के तर्कों को खारिज करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि इंजेक्शन महंगा और चंडीगढ़ से आने वाला बताकर सरकार ने अपनी अपरिपक्वता दिखाई है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ शिमला से महज तीन घंटे की दूरी पर है। क्या यह तर्कसंगत है कि सरकार समय पर इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं कर पाई?
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा