जादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रों की मांग : हॉस्टल के गेट रात 12 बजे तक खुले रखने की अनुमति मिले

कोलकाता, 22 फरवरी (हि. स.)। जादवपुर विश्वविद्यालय के आवासीय छात्र शनिवार को अंतरवर्ती कुलपति भास्कर गुप्ता से मिले और अपनी मांगें उनके सामने रखीं। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से अनुरोध किया कि प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए न्यू ब्लॉक और ओल्ड पीजी हॉस्टल के मुख्य द्वार रात 12 बजे तक खुले रखे जाएं। इसके अलावा, दोनों हॉस्टलों के बीच दिन-रात आवाजाही की अनुमति दी जाए और हॉस्टल की छत का दरवाजा भी खुला रखा जाए।

गुरुवार रात 10 बजे जब हॉस्टल के गेट बंद कर दिए गए, तो आंदोलनकारी छात्रों ने ताला तोड़कर बाहर निकलने का प्रयास किया। इसके बाद, उन्होंने हॉस्टल सुपर के कमरे में ताला जड़ दिया और सीसीटीवी कैमरों की दिशा भी घुमा दी।

इस मुद्दे को लेकर विश्वविद्यालय के डीन ऑफ स्टूडेंट्स रजत राय ने कहा कि इस पर चर्चा सोमवार को स्टूडेंट्स वेलफेयर बोर्ड की बैठक में होगी।

एसएफआई की ओर से मांग की गई है कि प्रथम वर्ष के हॉस्टल का प्रवेश द्वार रात 10 बजे के बजाय 11 बजे तक खुला रखा जाए। इसके बाद यदि किसी छात्र को बाहर जाना पड़े, तो उनके लिए विशेष अनुमति की व्यवस्था की जाए।

एसएफआई नेता अभिनव बसु ने कहा कि पिछले साल प्रथम वर्ष के एक छात्र की मौत को ध्यान में रखते हुए, रात 11 बजे के बाद हॉस्टल से बाहर निकलने के लिए उचित प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि छात्रों को हॉस्टल सुपर से अनुमति लेकर और आईडी कार्ड दिखाकर बाहर जाने की सुविधा दी जाए। साथ ही, विश्वविद्यालय प्रशासन को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि प्रथम वर्ष के हॉस्टल में कोई वरिष्ठ छात्र या बाहरी व्यक्ति प्रवेश न करे।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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