हिमाचल में पहली बार पूर्व जनप्रतिनिधि का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

जिला पुलिस के अधिकारी किशन कपूर के बेटे को तिरंगा सौंपते हुए।

धर्मशाला, 02 फ़रवरी (हि.स.)।

प्रदेश सरकार ने राजनीति से ऊपर उठकर मानवीय संवेदनाओं और सरोकार को अहमियत देते हुए पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री किशन कपूर का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से करवाया। प्रदेश की सुक्खू सरकार ने करने का निर्णय सरकार के कार्यकाल में हिमाचल प्रदेश में यह पहली बार हुआ कि किसी सरकार ने परंपराओं से हटकर पूर्व जनप्रतिनिधि का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से करने का फैसला लिया।

दरअसल, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की सोच लीक से हटकर है। वह मानवीय दृष्टिकोण से सोचकर उसी के अनुसार राजनीति से ऊपर उठकर सही निर्णय लेने का काम कर रहे हैं। यह उनकी सकारात्मक सोच और उनके व्यक्तित्व को प्रतिबिंबित करता है। बात चाहे मानवीय मूल्यों की हो या प्रदेश हित की, सुक्खू अलग सोच के व्यक्तित्व के रूप में जाने और पहचाने जाते हैं। परंपराओं को बदलकर वह निश्चित रूप से राज्य में सार्थक दृष्टिकोण और दूरदर्शिता के साथ संवेदनशीलता की जड़ों को मजबूत कर रहे हैं।

पूर्व मंत्री एवं पूर्व सांसद किशन कपूर रविवार को धर्मशाला में राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने स्वर्गीय किशन कपूर का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से करने का निर्णय लिया था और इस संबंध में प्रशासन को दिशा-निर्देश जारी किए थे।

प्रदेश सरकार की ओर से कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार और उप-मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने उन्हें पुष्पाजंलि अर्पित की।

हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया

   

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