पानीपत में करोड़ों की ठगी का मुख्य आरोपी बिजेंद्र मछरौली गिरफ्तार
- Admin Admin
- Apr 10, 2025

पानीपत, 10 अप्रैल (हि.स.)। पानीपत पुलिस ने निवेशकों से धोखाधड़ी करने के मामले में ह्यूमन वेलफेयर क्रेडिट एंड थ्रिप्ट कोऑपरेटिव सोसायटी के शाखा प्रबंधक को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी की शिनाख्त बिजेंद्र निवासी माच्छरौली के रूप में हुई है। जिला के विभिन्न थाना में सोयायटी के निदेशकों से लेकर एजेंट तक के खिलाफ धोखाधड़ी करने के आठ केस दर्ज हैं। पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने गुरुवार को बताया कि गत दिनों शहर से मिली विभिन्न लोगों द्वारा धोखाधड़ी की शिकायतें मिली थी। उक्त सभी शिकायतों की जांच स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट पुलिस टीम द्वारा कराई गई थी। जांच के पश्चात संबंधित थाना में सोसायटी के अधिकारियों व एजेंटो के खिलाफ आठ अभियोग दर्ज कर जांच व आरोपियों की धरपकड़ की जिम्मेदारी स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट प्रभारी सब इंस्पेक्टर गुलशन व उनकी टीम को सौंपी गई थी।
टीम ने कार्रवाई करते हुए सोमवार को सोसायटी की पानीपत की सभी ब्रांचों के हैड बिजेंद्र निवासी माच्छरौली को गिरफ्तार कर मंगलवार को न्यायालय में पेश कर उसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ की गई। पूछताछ में खुलासा उक्त सोसायटी के सीएमडी समीर अग्रवाल व अन्य ने वर्ष 2013 में आप्सन वन के नाम से एक कंपनी बनाई थी। कंपनी लोगों से एफडी व आरडी में मोटे मुनाफे का झांसा देकर निवेश कराती थी। जो पानीपत में कंपनी ने पहला ऑफिस संजय चौक पर खोला था। वर्ष 2013 में वह भी कंपनी में एजेंट के रूप में काम करने लगा और उसने काफी लोगों के पैसे निवेश कराए।
बाद में कंपनी ने उसे पानीपत का हैड बना दिया। कंपनी के पास हरियाणा में काम करने का लाईसेंस नहीं था। कंपनी कई वर्षो तक बगैर लाईसेंस के चली। वर्ष 2016 में कंपनी के डायरेक्टर ने ह्यूमन वेल्फेयर क्रेडिट एंड थ्रिप्ट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड के नाम से लाईसेंस बनवा लिया। इसमें भी कंपनी को हरियाणा में काम करने का लाईसेंस नहीं मिला। उन्होंने आप्सन वन कंपनी में लोगों से निवशे कराया सारा पैसा उक्त सोयायटी में ट्रांसफर कर दिया और सोसायटी की पानीपत व समालखा में एक-एक ब्रांच खोल दी। बाद में आरोपी को समालखा ब्रांच का हैड बना दिया गया। जहा उसने अपने नीचे और भी अपने साथियों को जोड़ लिया। इसके बाद पानीपत में नूरवाला बिचपड़ी चौक पर ब्रांच (सुविधा केंद्र) खोलकर परमानंद चर्तुवेदी को ब्रांच हैड बना दिया। बाद में जिला में विभन्न स्थानों पर सुविधा केंद्र खोलकर लोगों से फिक्स डिपोजिट (एफडी), आरडी, सुकन्या समेत अन्य योजनाओं में आरबीआई की गाईड लाइन से ज्यादा रिटर्न देने की बात कहकर निवेश कराया।
आरोपी पानीपत की सभी ब्रांच का हैड था। पानीपत की सभी ब्रांच उसकी देखरेख में काम करती थी। शुरूआत में जिन लोगों की मैच्योरिटी पूरी हो जाती थी उनको सुविधा केंद्र पर कैश के रूप में जमा हुई राशि में से भूगतान कर दिया जाता था। सोसायटी की दोनों करंसी चेस्ट में जमा बाकी पैसे आगे भेज देते थे।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी बिजेंद्र के बैंक खातों की जानकारी जुटाने पर उनमे 7 लाख रूपए मिले। आरोपी ने धोखाधड़ी कर अर्जित किये काफी पैसे इन्वेस्ट कर दिये। पुलिस द्वारा आरोपी के खाते में बची उक्त राशि फ्रिज कराकर गुरुवार को बिजेंद्र को न्यायालय में पेश किया जहां से उसे न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया गया।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / अनिल वर्मा