एमसीडी सदन की बैठक में सत्ता और विपक्ष के पार्षदों ने किया हंगामा, सदन की कार्यवाही स्थगित

नई दिल्ली, 17 मार्च (हि.स.)। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की सोमवार को सदन की बैठक में सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के पार्षदों ने एक दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप लगाए और हंगामा किया। बैठक शुरू होने के बाद पार्षदों ने मेयर के सामने शोर मचाना शुरू कर दिया। उन्होंने मेयर का माइक तक तोड़ दिया। हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।

बैठक के एजेंडा में आज चार गोशालाओं में रखे गए मवेशियों के चारे के लिए बकाया भुगतान को मंजूरी देना, बागवानी विभाग में अतिरिक्त कर्मचारियों की भर्ती करना और दक्षिणी दिल्ली में सड़क विकास परियोजनाओं में तेजी लाना शामिल था।

एमसीडी ने आज सदन की बैठक में दक्षिणी दिल्ली के आया नगर इलाके में सड़कों और नालियों के विकास के एजेंडे को पेश करने की योजना बनाई थी। मुख्य एजेंडा में शामिल योजनाओं के लिए फंड जारी करने पर चर्चा होनी थी। इसी दौरान सदन में हंगामे की स्थिति बन गई।

आआपा के पार्षदों ने भाजपा पर संविधान की हत्या करने का आरोप लगाया।

आआपा के वार्ड पार्षदों ने सदन में नारेबाजी करते हुए कार्यवाही में बाधा उत्पन्न की और फटे हुए दस्तावेज लहराए।

इस दौरान भाजपा सदस्य खड़े होकर वोट की मांग करने लगे और दावा किया कि आआपा को अब सदन में बहुमत प्राप्त नहीं है।

पार्षदों ने एजेंडा के कागजात फाड़ दिए, टेबल पर चढ़ गए और नारे लगाए। भाजपा सदस्यों ने मतदान की मांग की। आआपा पार्षदों ने भाजपा पर संविधान की हत्या करने का आरोप लगाया। हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी

   

सम्बंधित खबर