ओसियां में सामूहिक आत्महत्या : महिला ने अपने दो बेटों के साथ की खुदकुशी
- Admin Admin
- Dec 10, 2024
जोधपुर, 10 दिसम्बर (हि.स.)। निकटवर्ती ओसियां तहसील क्षेत्र के बिरामी गांव मां और उसके दो बेटों द्वारा सामूहिक आत्महत्या किए जाने से सनसनी फैल गई। सूचना पर पुलिस मौका स्थल पर पहुंची। आशंका है कि उन लोगों द्वारा जहर खाया गया है। आत्महत्या का कारण आरंभिक तौर पर सामने नहीं आया है। इसमे कोई पारिवारिक विवाद अथवा किसी द्वारा तंग परेशान करना हो सकता है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राममूर्ति जोशी भी मौके पर पहुंचे और मुआयना किया। बताया गया कि मरने से पहले बड़े भाई ने सुसाइड नोट व्हॉट्सएप पर अपने रिश्तेदारों को भेजा था।
ग्रामीण एसपी राम मूर्ति जोशी ने बताया मां और दो बेटों की सुसाइड करने की सूचना मिली थी। ओसियां थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। प्रारंभिक तौर पर जहरीला पदार्थ खाने से उनकी मौत होना सामने आया है। मामले में जांच की जा रही है। ओसियां थाने के एसएचओ राजेश कुमार गजराज ने बताया कि सुबह ग्रामीणों की सूचना पर बिगमी गांव पहुंचे थे। मरने वालों में भंवरी देवी (55) पत्नी अनोपसिंह राजपुरोहित, नवरत्न (27) और प्रदीप (24) ने सुसाइड किया है। इस सामूहिक आत्महत्या के बाद सोशल मीडिया पर बड़े बेटे नवरत्न के मैसेज के स्क्रीनशॉट सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि नवरत्न ने यह मैसेज अपने रिश्तेदारों को भेजा है। इसमें 4 लोगों पर मानसिक प्रताड़ित करने के आरोप लगाएं हैं। इस मैसेज में लिखा- हमको तंग करा, झूठे इल्जाम लगाए। मैसेज में कुछ लोगों के नाम होना बताया जाता है। दिमागी ढंग पर हमें टॉर्चर किया।
फाइनेंस का कार्य करते थे भाई :
जानकारी के अनुसार, आत्महत्या करने वाले नवरत्न, प्रदीप फाइनेंस कंपनी में काम करते थे। नवरत्न की शादी चार माह पहले ही मंडला गांव में हुई थी। तीनों के शव सबसे पहले मौसेरे भाई ने देखे थे। वह नवरत्न के साथ रहता था ऐसे में आज सुबह उसे बुलाने के लिए गया था। उसने देखा कि तीनों के चेहरे से झाग निकल रहे थे। इस पर उसने अपने परिचित को फोन किया। वो बाइक लेकर मौके पर पहुंचा। बाद में उसे गाड़ी में डालकर अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पिता की मौत 12 साल पहले हो चुकी:
नवरत्न-प्रदीप के पिता अनोपसिंह भटिंडा (पंजाब) में रहते थे। वहां अनोपसिंह की नमकीन की फैक्ट्री थी। 2012 में फैक्ट्री में आग लगने से अनोप सिंह की मौत हो गई थी। उसके बाद से नवरत्न और प्रदीप अपने मां के साथ जोधपुर के बिगमी गांव में रह रहे थे।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश