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हल्द्वानी, 3 मार्च (हि.स.)। महापौर गजराज सिंह बिष्ट ने आज अपने आवास पर निःशुल्क स्मार्ट मीटर लगवाकर अपने पुराने बिजली के मीटर को अपग्रेड किया व मीटर लगाने वाली टीम से बातचीत की।
मेयर ने कहा कि स्मार्ट मापक के स्थापन के साथ ही प्रत्येक बिजली की प्रत्येक यूनिट की जानकारी मिलेगी और इससे कई नुकसान से बचा जा सकता है। उपभोक्ता हर घंटे अपनी विद्युत् खपत को देख पाएगा। विभागीय कर्मचारी ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद मीटर की रीडिंग स्वयं द्वार संचार के माध्यम से बिजली विभाग के बिलिंग सिस्टम में दर्ज हो जाएगी और उपभोक्ता तुरंत ऑनलाइन बिल प्राप्त कर सकेगा।
पूर्व में मापक पाठकों द्वारा मैन्युअल रीडिंग लेते समय रीडिंग लेने पर अधिक धनराशि के गलत विद्युत बीजकों के निर्माण से उपभोक्ताओं को होने वाली समस्या समाप्त हो जायेगी। यदि स्मार्ट विद्युत मापक में किसी भी प्रकार की त्रुटि उत्पन्न होती है तो संबंधित कार्यदायी संस्था एवं उपकालि को इसकी सूचना तुरंत मिल जायेगी एवं तत्काल विद्युत मापक को बदला जा सकेगा। खराब मापक बदलवाने एवं गलत विद्युत बीजक को सुधारने हेतु उपभोक्ता को विद्युत वितरण उपखंड कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
उपभोक्ता द्वारा घर से बाहर जाने पर भी उसके द्वारा घर पर होने वाली विद्युत खपत को मोबाइल एप के माध्यम से देखा जा सकता है। उपभोक्ता विद्युत खपत को देख कर आवश्यकता अनुसार अपनी विद्युत खपत पर नियंत्रण कर सकता है। उपभोक्ता को क्षेत्र मे होने वाली विद्युत कटौती की सूचना भी पूर्व मे एप के माध्यम से प्राप्त होगी।
महापौर गुजरात सिंह बिष्ट ने कहा कि कांग्रेस के लोग स्मार्ट मीटर का विरोध केवल दिखाने के लिए कर रहे हैं। कांग्रेस शासित राज्यों में सबसे ज्यादा स्मार्ट मीटर लगे हैं और इस वक्त देश में सबसे ज्यादा स्मार्ट मीटर पश्चिम बंगाल राज्य में लगे हैं। ऐसे में उत्तराखंड में कांग्रेसियों द्वारा स्मार्ट मीटर का विरोध करने का कोई औचित्य ही नहीं बनता है।
हिन्दुस्थान समाचार / अनुपम गुप्ता