ध्यान, योग, उपवास निवारक स्वास्थ्य सेवा के प्रमुख घटक: मनसुख मंडाविया

नई दिल्ली, 06 मार्च (हि.स.)। केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को कहा कि ध्यान, योग और उपवास निवारक स्वास्थ्य सेवा के प्रमुख घटक हैं।

डॉ. मंडाविया हरियाणा के फरीदाबाद में कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सहयोग से आरोग्य भारती द्वारा आयोजित स्वास्थ्य चुनौतियां और स्वस्थ जीवन शैली विषय पर आयोजिेत एक सेमिनार में बोल रहे थे।

इससे पहले उन्‍होंने ईएसआईसी अस्पताल में तीन अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं डिजिटल मैमोग्राफी, डिजिटल रेडियोग्राफी फ्लोरोस्कोपी सिस्टम और अगली पीढ़ी के अनुक्रमण अनुप्रयोग सहित उन्नत चिकित्सा सुविधाओं का लोकार्पण किया।

डॉ. मंडाविया ने ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में आयुर्वेद के देवता भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा का अनावरण भी किया। मंडाविया ने अपने संबोधन में स्वस्थ और तंदुरुस्त भारत के निर्माण में निवारक और संवर्धक स्वास्थ्य सेवा के महत्व पर भी बल दिया। श्रम मंत्री ने चरक, सुश्रुत और भगवान धन्वंतरि जैसे प्राचीन भारतीय चिकित्सा अग्रदूतों के ज्ञान का हवाला देते हुए भारत की समृद्ध स्वास्थ्य सेवा की विरासत के बारे में बताया।

इसके अलावा उन्होंने निवारक स्वास्थ्य सेवा के प्रमुख घटकों के रूप में ध्यान, योग और उपवास के महत्व पर बल दिया और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए देशभर में स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने में आरोग्य भारती के प्रयासों की सराहना की।

सेमिनार में डॉक्टरों, पैरामेडिक्स, मेडिकल छात्रों, औद्योगिक श्रमिकों और औद्योगिक संघों तथा आरोग्य भारती के पदाधिकारियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जो निवारक स्वास्थ्य सेवा और समग्र कल्याण के प्रति साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर

   

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