मुर्शिदाबाद, 25 नवंबर (हि.स.)।मुर्शिदाबाद जिले के भरतपुर में तीन दिनों से लापता आठ वर्षीय बच्ची का शव मंगलवार सुबह गांव के एक मैदान से बरामद होने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। बच्ची के शरीर पर कई जगह गंभीर चोट के निशान पाए गए, जिसके बाद परिवार ने अपहरण और हत्या का आरोप लगाया है। बच्ची के साथ अत्याचार किए जाने की भी आशंका जताई जा रही है।
बच्ची भरतपुर थाना क्षेत्र के सैयदकुलुट गांव की रहने वाली थी। शनिवार को वह रोज़ की तरह खेलने के लिए निकली थी, लेकिन देर तक वापस न आने पर परिवारवालों को चिंता हुई। काफी खोजबीन के बाद भी जब बच्ची का कोई पता नहीं चला, तो परिजनों ने भरतपुर थाने में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने बच्ची की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया। ड्रोन उड़ाए गए, स्निफर डॉग्स का इस्तेमाल किया गया, तालाब एवं झाड़ियों की तलाशी ली गई और आसपास के जंगलों में भी लगातार तीन दिनों तक खोज की गई। इसके बावजूद बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला।
मंगलवार सुबह करीब सवा छह बजे ग्रामीणों ने गांव के ही एक मैदान में बच्ची का शव पड़ा देखा। शव के नाक से खून निकल रहा था और शरीर के कई हिस्सों पर चोट के निशान थे। ग्रामीणों को शक है कि बच्ची का पहले अपहरण कर उसके साथ शारीरिक अत्याचार किया गया और बाद में उसकी हत्या करके शव को खेत में फेंक दिया गया।
घटना के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं। क्या बच्ची का सच में अपहरण हुआ था? किसने और क्यों उसे निशाना बनाया? क्या उसके साथ अत्याचार किया गया? उसकी मौत कैसे हुई? इन सभी सवालों के जवाब पुलिस की जांच से ही मिल पाएंगे।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और कहा है कि रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है।
हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय



