इस बार ​एनसीसी गणतंत्र दिवस शिविर में भाग लेने वाले 2,361 कैडेट्स में 917 लड़कियां भी 

- कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड में एनसीसी की मार्चिंग टुकड़ी भी भाग लेगी

नई दिल्ली, 03 जनवरी (हि.स.)।​ गणतंत्र दिवस​ पर दिल्ली कैंट में​ लगने वाले राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी)​ शिविर में ​इस साल 917 लड़कियों सहित 2,361 ​कैडेट्स भाग लेंगे, जिसमें 18 मित्र देशों के लगभग 135​ कैडेट​ हैं।​ शिविर में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख से 114 और पूर्वोत्तर क्षेत्र से 178 कैडेट्स शामिल ​होंगे। कर्तव्य पथ पर 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में एनसीसी की एक मार्चिंग टुकड़ी भी भाग लेगी। प्रधानमंत्री की रैली के साथ 27 जनवरी को ​शिविर का समापन होगा।

एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह ने​ शुक्रवार को दिल्ली कैंट में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस​ में कहा कि शिविर के दौरान कैडेट सांस्कृतिक और प्रशिक्षण प्रतियोगिताओं जैसी कई गतिविधियों में भाग लेंगे। शिविर का उद्देश्य भारत की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं से परिचित कराना, कैडेटों के व्यक्तिगत गुणों को बढ़ाना और उनकी मूल्य प्रणाली को मजबूत करना है। इस शिविर में उपराष्ट्रपति, रक्षा मंत्री, रक्षा राज्यमंत्री, दिल्ली की मुख्यमंत्री, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, तीनों सेनाओं के प्रमुख और रक्षा सचिव सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे।​

उन्होंने बताया कि कर्तव्य पथ पर 26 जनवरी​ को गणतंत्र दिवस परेड में एनसीसी की एक मार्चिंग टुकड़ी भी भाग लेगी। ​शिविर का समापन 27 जनवरी को प्रधानमंत्री की रैली के साथ होगा। महानिदेशक ने ​बताया कि देशभर में एनसीसी कैडेटों की संख्या 17 लाख से बढ़कर 20 लाख हो गई है, जिसमें 40​ फीसदी लड़कियां हैं। वर्ष 2024 में नियमित 1,162 वार्षिक प्रशिक्षण शिविरों के अलावा विभिन्न क्षेत्रों और संस्कृतियों के कैडेटों के बीच बंधन को मजबूत करने के लिए छह विशेष राष्ट्रीय एकता शिविर और 33 ​'एक भारत श्रेष्ठ भारत​' शिविर ​लगाए गए। ​

उन्होंने कई गतिविधियों का उल्लेख करते हुए कहा कि माउंट कांग यात्से (लद्दाख) और माउंट अबी गामिन (उत्तराखंड) के लिए विशेष पर्वतारोहण अभियान​ चलाया गया।​ एनसीसी​ के 550 ​कैडेट्स ने गंगा और हुगली पर अपनी तरह का पहला विशेष नौकायन अभियान​ चलाया, जिसमें 1,720 किमी​. की दूरी तय की गई।

​उन्होंने बताया कि मुंबई से विशाखापट्टनम तक समुद्र तट के साथ नौकायन अभियान​ में 3,045 किलोमीटर की दूरी तय की गई।​ 40 कैडेट्स ने 14 दिनों में 410 किलोमीटर की दूरी तय करके दांडी मार्च किया। ​यह पदयात्रा 10-23 दिसंबर तक की गई, जिसका समापन गुजरात के दांडी में राष्ट्रीय नमक सत्याग्रह स्मारक पर हुआ।​

एनसीसी के महानिदेशक ने बताया कि मेरठ से नई दिल्ली तक साइक्लोथॉन 30 दिसंबर को शुरू ​हुआ है, जिसमें बरेली, लखनऊ, वाराणसी, झांसी और आगरा से होकर 1,900 किलोमीटर की दूरी तय ​की जाएगी।​ इसी तरह हुसैनीवाला से नई दिल्ली तक साइक्लोथॉन​ के दौरान अमृतसर, पानीपत से होकर 704 किलोमीटर की दूरी तय ​होगी।​ एनसीसी ने अपने स्थापना दिवस पर रक्तदान शिविर​ लगाकर जीवन बचाने के उद्देश्य से 40,000 यूनिट रक्तदान किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीत निगम

   

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