आश्रित ग्राम नारधा को स्वतंत्र ग्राम पंचायत बनाने की मांग

धमतरी, 25 सितंबर (हि.स.)।पिछले 30 सालों से ग्राम पंचायत में संतोषप्रद विकास व निर्माण कार्य नहीं होने से नाराज ग्रामीण कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर आश्रित गांव को स्वतंत्रत पंचायत बनाने ग्रामीणों ने मांग की है।

विधानसभा क्षेत्र नगरी व मगरलोड ब्लाक के ग्राम पंचायत डुमरपाली के ग्रामीण दयालू राम पटेल, टेकराम पटेल, प्रभुराम पटेल, टोमन लाल साहू, रविन्द्र कुमार राजपूत व देवाराम पटेल समेत अन्य ग्रामीण 25 सितंबर को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे।

कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया है कि ग्राम पंचायत मुख्यालय डुमरपाली है, लेकिन यहां पिछले 30 सालों से संतोषप्रद विकास और निर्माण कार्य नहीं हो रहा है। सरकारी योजनाओं का लाभ यहां के ग्रामीणों को बहुत ही कम मिलता है। जबकि पड़ोसी आश्रित ग्राम नारधा में ग्राम पंचायत मुख्यालय से अधिक कार्य होता है। वर्तमान में सरपंच भी इसी गांव का है।

पंचायत मुख्यालय डुमरपाली होने के बाद भी गांव का विकास नहीं हुआ। सरकार योजनाओं का लाभ पर्याप्त नहीं मिल पाता। ग्राम पंचायत व आश्रित ग्राम होने की वजह से योजनाओं का लाभ दो गांवों में बंट जाता है, इससे ग्रामीणों को लाभ नहीं मिल पाता। ऐसे कई दिक्कतों के चलते ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत डुमरपाली से आश्रित ग्राम नारधा को हटाकर स्वतंत्र पंचायत बनाने की मांग की है।

पंचायत चुनाव से पहले ही ग्रामीणों ने मांग पूरा करने की मांग की है, ताकि नारधा के स्वतंत्र पंचायत होने से वहां के ग्रामीणों को स्वतंत्र चुनाव लड़ने का भी मौका मिल सके। दोनों गांव अलग-अलग ग्राम पंचायत बनने से विकास और निर्माण कार्याें के लिए पर्याप्त फंड शासन से मिलेगा, जिससे विकास भी होगा।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

   

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