ऑनलाइन गेमिंग का कर्ज उतारने को नर्सिंग की छात्रा ने स्वयं रची थी अपहरण की साजिश
- Admin Admin
- Nov 20, 2024
-नर्सिंग छात्रा व उसके 4 साथी हुए गिरफ्तार, छात्रा व उसके एक साथी को नोएडा से पकड़ा
झांसी, 20 नवंबर (हि.स.)। ऑनलाइन गेमिंग में युवा जिंदगियां बर्बाद हो रही हैं। इस गेम में अपने परिवार की गाढ़ी कमाई लुटाने के बाद युवा अपराध के रास्ते को अपना रहे हैं। ऐसा ही एक प्रकरण जनपद में सोमवार को सामने आया है। जहां एक नर्सिंग की छात्रा द्वारा ऑनलाइन गेमिंग में लाखों रुपये कर्जा हो जाने के चलते स्वयं के अपहरण की साजिश रच डाली। उसकी इस साजिश में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग के छात्र समेत चार दोस्तों ने उसकी मदद की थी। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
छात्रा के पिता ने थाना टोड़ी फतेहपुर में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि उसकी 19 वर्षीय पुत्री नंदिनी नर्सिंग कॉलेज जाने की कहकर निकली थी। देर शाम तक नहीं आई और परिजनों के मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉलिंग के माध्यम से अपहरण कर्ताओं ने बताया कि उसका अपहरण हो गया है। अगर अपनी पुत्री को सही सलामत चाहते हो तो छह लाख रुपये दे दो।
इस सूचना के बाद सतर्क हुई पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर सबसे पहले फोन करने वाले मोबाइल को ट्रेस किया। पुलिस ने देर रात मोबाइल करने वाले युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सारा मामला सामने आ गया। पकड़े गए युवक ने बताया कि छात्रा ने अपहरण की खुद साजिश रची थी। ताकि वह ऑनलाइन गेमिंग में हारे रुपये और अपने साथियों का कर्ज चुकता कर सके। इसलिए साजिश रचकर परिजनों से रुपये ऐंठना चाहती थी। पुलिस ने देर रात युवती के मोबाइल को ट्रेस किया तो उसकी लोकेशन नोएडा मिली। मालूम हुआ कि युवती एक युवक साथी के साथ वहां है।
इस सूचना पर पुलिस ने नोएडा में छापेमारी कर छात्रा और उसके साथी को गिरफ़्तार कर लिया। पूछताछ में छात्रा ने बताया कि उसने खुद अपने साथियों के साथ अपहरण की साजिश रची थी। ताकि घर वालों से जो फिरौती की रकम मिलेगी उससे वह अपना कर्ज चुका देगी और साथियों के भी रुपये वापस कर देगी। एसएसपी श्रीमती सुधा सिंह ने बताया कि छात्रा नंदिनी समेत उसके साथियों हृदेश रायकवार, प्रियांशु रायकवार, शिवम रायकवार व नंदकिशोर रैकवार आदि के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर उन्हें जेल भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि इनमें एक छात्र बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी विभाग का भी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया