गोहाना तहसील रिश्वत कांड में चपरासी भी गिरफ्तार

-अर्जीनवीस

को एक लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया था

-तहसीलदार

अभिमन्यु नायक की तलाश

सोनीपत, 5 अप्रैल (हि.स.)। सोनीपत जिले के गोहाना में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो

(एसीबी) की करनाल टीम ने तहसील कार्यालय के अर्जी नवीस राजीव कुमार मल्होत्रा उर्फ

यशपाल मल्होत्रा को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इस मामले

में शनिवार को चपरासी आशीष भी पकड़ा गया, जो रोहतक का रहने वाला है। जांच में पता चला

कि रिश्वत की मांग तहसीलदार अभिमन्यु नायक के कहने पर की गई थी, जो घटना के बाद फरार

हो गया।

शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने गोहाना के पास खंदराई गांव में

667 वर्ग गज का प्लॉट खरीदा था। इसकी रजिस्ट्री के लिए वसीका नवीस यशपाल ने तहसीलदार

के निर्देश पर एक लाख रुपये मांगे। एसीबी ने शिकायत पर जाल बिछाया और यशपाल को पकड़

लिया। पूछताछ में उसने चपरासी आशीष का नाम लिया, जिसे भी गिरफ्तार कर लिया गया। यह

माना जा रहा है कि रिश्वत का यह खेल एक पूरी शृंखला के तहत चल रहा था।

फरार तहसीलदार अभिमन्यु जिस स्कोडा कार से भागा, वह रोहतक

में लोहारू तहसीलदार शेखर के घर से बरामद हुई। कार में दो मोबाइल फोन भी मिले। एसीबी

ने अभिमन्यु के रोहतक स्थित घर की तलाशी ली, जहां से 2 लाख 80 हजार 569 रुपये नकद बरामद

किए गए। इस रकम का स्रोत और रिश्वत से संबंध जांचा जा रहा है। एसीबी अब अभिमन्यु की तलाश में छापेमारी कर रही है। शेखर से

भी पूछताछ जारी है कि क्या वह अभिमन्यु की मदद कर रहे थे। यह घटना दर्शाती है कि तहसील

कार्यालय में रजिस्ट्री के नाम पर जनता से रिश्वत ली जा रही थी। एसीबी भ्रष्टाचार की

जड़ तक पहुंचने के लिए संदिग्धों से पूछताछ और कार्रवाई तेज कर रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना

   

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