कैथल में पहले ही दिन वकीलाें व अदालती कर्मचारियाें ने डीसी के आदेशाें का किया उलंघन
- Admin Admin
- Jan 03, 2025
डीसी ने लघु सचिवालय में बिना हेलमेट प्रवेश पर रोक लगाई थी
ट्रैफिक पुलिस ने तैयार की 46 कर्मचारियाें की सूची
कैथल, 3 जनवरी (हि.स.)। लघु सचिवालय में बिना हेलमेट टू व्हीलर पर सवार हाेकर प्रवेश पर जिला उपायुक्त द्वारा लगाई गई राेक पर पहले ही दिन अमल नहीं हुआ। आदेशाें का उलंघन करने वालाें में अदालताें में तैनात कर्मचारी तथा वकीलाें की संख्या सर्वाधिक रही। शुक्रवार को ट्रैफिक पुलिस ने ऐसे 46 कर्मचारियों में वकीलों की लिस्ट तैयार की है। जिसे कार्रवाई के लिए डीसी के पास भेजा है।
ट्रैफिक पुलिस लघु सचिवालय के सभी मुख्य द्वारों पर तैनात रही। शुक्रवार को जो भी कर्मचारी या अधिकारी बिना हेलमेट के मोटरसाइकिल या स्कूटी पर आया। पुलिस ने उनसे पूछताछ की। केवल हेलमेट पहन कर आने वाले कर्मचारियों को ही लघु सचिवालय में प्रवेश करने की अनुमति दी गई। पहले दिन अधिकतर कर्मचारी और अधिकारी हेलमेट पहनकर अपने कार्यालय में पहुंचे भी थे।
कुछ बिना हेलमेट लगाकर दो पहिया वाहनों पर लघु सचिवालय पहुंचे कुछ कर्मचारियों को हेलमेट लेने के लिए वापस दोबारा घर भी जाना पड़ा, लेकिन जिसने भी बिना हेलमेट के प्रवेश करने की कोशिश की पुलिस ने उसे रोक लिया। फिलहाल पुलिस ने बिना हेलमेट के मोटरसाइकिल पर प्रवेश करने वाले 46 कर्मचारियों की लिस्ट तैयार की है। जिसे कार्रवाई के लिए डीसी के पास भेजा जाएगा। इसके बाद संबंधित विभागों से ऐसे कर्मचारियों पर की गई कार्रवाई का जवाब मांगा जाएगा।
गुरुवार को कैथल की डीसी प्रीति ने गुरुवार को सभी विभागों के प्रमुखों को पत्र लिखकर निर्देश दिया था कि अगर कोई कर्मचारी, अधिकारी, या अन्य दोपहिया वाहन चालक बिना हेलमेट के लघु सचिवालय में प्रवेश करता है, तो उसका चालान काटा जाएगा। इसके साथ ही संबंधित विभाग से इस उल्लंघन के लिए लिखित स्पष्टीकरण भी मांगा जाएगा। डीसी ने यह स्पष्ट किया था कि इस नियम का उद्देश्य न केवल सड़क सुरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित करना है, बल्कि सभी सरकारी कर्मचारियों में अनुशासन और जिम्मेदारी का भाव भी विकसित करना है। डीसी प्रीति ने कहा कि हेलमेट पहनना हर नागरिक के लिए आवश्यक है, और सरकारी कर्मचारियों को इस नियम का पालन कर उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों को आदेश का पालन सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी थी।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / नरेश कुमार भारद्वाज