यमुनानगर: केंद्रीय बजट के विरोध में एसकेएम सहित ट्रेड यूनियनों का प्रदर्शन, जलाई प्रतियां

यमुनानगर, 5 फ़रवरी (हि.स.)। केंद्रीय बजट के विरोध में एसकेएम, आंगनवाड़ी, मिड डे मील,आशा वर्कर्स सहित अन्य ट्रेड यूनियनों ने बुधवार काे संयुक्त रूप से लघु सचिवालय के सामने इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया। केंद्रीय बजट की प्रतियों को जलाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

इस मौके पर भाकियू (टिकैत) के जिला प्रधान सुभाष गुर्जर ने कहा कि आज पूरे देश में एसकेएम के द्वारा केंद्रित बजट को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इस बजट में किसानों के लिए कुछ नहीं कियाए बल्कि किसानों को और कर्ज देने की बात की। उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि किसान कर्ज में डूबा रहे और वह मजदूरी करने पर मजबूर हो जाए। उसके बाद उनकी जमीनों को कॉर्पोरेट के हाथ बेच दिया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार ने बजट में एमएसपी, स्वामीनाथन रिपोर्ट, फसलों के लिए बीज, कीटनाशक दवाइयां व खेती उपकरणों पर कोई कोई बात नहीं कही। यह बजट केवल किसान, मजदूर, गरीब के साथ छलावा है इसके अलावा कुछ भी नहीं।

वहीं अखिल भारतीय किसान सभा के संयोजक जरनैल सिंह सांगवान ने कहा कि केंद्र सरकार इस बजट में केवल 12 लाख रुपये की आय तक की छूट का झूठा डिंडोरा पीट रही है। जबकि हकीकत इससे कोसों दूर है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बताए की कुल कितने प्रतिशत लोग हैं जिनको 12 लाख रूपये तक की आय की छूट का लाभ मिलेगा।

उन्होंने कहा कि बजट में सरकार छूट देने की बजाय छोटे और मझले उद्योगों को कारोबारी टैक्स की छूट दे ताकि व्यापार और रोजगार बढ़े। उन्होंने कहा कि वहीं स्वामीनाथन रिपोर्ट और एमएसपी जैसे मुद्दों को लागू करे। लेकिन इस बजट में आमजन के लिए कोई राहत नहीं दी गई। सीटू की प्रदेश सचिव शरबती ने कहा कि आंगनबाड़ी वर्कर्स को वेतन भी पूरा नहीं दिया जाता। हमारी मांग है कि हमारा वेतन 26500 रूपये किया जाए। सरकार हमें साल में 10 महीने का वेतन देती है। हमारी मांग है कि हमें पूरा साल का वेतन समय पर दिया जाए।

हिन्दुस्थान समाचार / अवतार सिंह चुग

   

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