
रेवाड़ी, 3 अप्रैल (हि.स.)। गुजरात के जामनगर में बुधवार रात को भारतीय वायुसेना के जगुआर लड़ाकू विमान हादसे में रेवाड़ी निवासी फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव शहीद हो गए। 28 वर्षीय सिद्धार्थ अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। हादसे की खबर से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।
गुरूवार को शहीद लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव के मामा के लड़के सचिन यादव ने बताया कि सिद्धार्थ के दादा पैरा मिलिट्री फोर्सेस में थे। इसके बाद इनके पिता भी एयरफोर्स में रहे। सिद्धार्थ चौथी पीढ़ी के रूप में सेना में सेवाएं दे रहे थे। सिद्धार्थ ने 2016 में एनडीए की परीक्षा पास की थी। इसके बाद तीन साल का प्रशिक्षण लेकर वायुसेना में बतौर फाइटर पायलट शामिल हुए। पदोन्नति के बाद वह फ्लाइट लेफ्टिनेंट बन गए थे।
उन्होंने बताया कि दस दिन पहले ही, 23 मार्च को सिद्धार्थ की सगाई हुई थी। पूरा परिवार सिद्धार्थ की शादी का इंतजार कर रहा था। लेकिन इस हादसे की सूचना के बाद पूरा परिवार शोक में डूब गया। शहीद सिद्धार्थ के पिता सुशील यादव मूल रूप से रेवाड़ी के गांव भालखी माजरा के रहने वाले हैं। वह लंबे समय से रेवाड़ी में ही रह रहे हैं।
ज्ञात हो कि गुजरात के जामनगर में बुधवार रात एयरफोर्स का जगुआर फाइटर हादसे का शिकार हो गया। प्लेन ने जामनगर एयरफोर्स स्टेशन से उड़ान भरी थी। हादसे में पायलट सिद्धार्थ यादव की मौत हो गई जबकि साथी मनोज कुमार सिंह को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शहीद सिद्धार्थ का पार्थिव शरीर रेवाड़ी पहुंचने के बाद उनके पैतृक गांव भालखी-माजरा में ले जाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्याम सुंदर शुक्ला