सभापति के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर उच्च सदन में हंगामा, कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित

नई दिल्ली, 13 दिसंबर (हि.स.)। सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर शुक्रवार को राज्यसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष ने एक-दूसरे के खिलाफ जमकर हंगामा किया । शोर गुल के बीच सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष के नेता को समझाने का प्रयास किया और इस गतिरोध को खत्म करने के लिए उनसे अपील की। इसके बावजूद हंगामा नहीं थमा। नतीजतन, सभापति ने राज्य सभा की कार्यवाही सोमवार सुबह ग्यारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

शुक्रवार को राज्यसभा में कार्यवाही शुरू होते ही सभापति ने शतरंज के खिलाड़ी डी गुकेश को विश्व चैंपियन बनने पर सदन और 140 करोड़ देशवासियों की तरफ से बधाई दी। उन्होंने कहा कि डी गुकेश ने विश्व पटल पर भारत का परचम लहराया है। उन्हें बहुत बहुत बधाई। इसके बाद सभापति ने संबंधित सदस्यों से आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखने को कहा। केंद्रीय राज्य मंत्री एल मुरुगन ने सभा में लंबित विधेयक को लेकर अपना वक्तव्य रखा।

इसके बाद सभापति ने सदन में बताया कि उन्हें आज नियम 267 के तहत चार नोटिस प्राप्त हुए है। उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव पर सदस्य राममोहन अग्रवाल को बोलने का मौका दिया। अग्रवाल ने आरोप लगाया कि नियमों के तहत इस तरह का प्रस्ताव सदन में 14 दिन के इंतजार के बाद रखा जाना चाहिए था। इस प्रस्ताव को रखने से पहले विपक्ष मीडिया में अपना वक्तव्य रखता है। यह नियमों का उल्लंघन है, इसलिए उन सबके खिलाफ विशेषाधिकार उल्लंघन का प्रस्ताव लाया जाना चाहिए। इस पर चर्चा के दौरान नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सदन में कांग्रेस पार्टी का अपमान किया जा रहा है। दोनों पक्षों की ओर से हंगामा जारी रहा। इसके बाद सभापति ने दोनों पक्षों से गतिरोध खत्म करने का अनुरोध करते हुए सभा की कार्यवाही सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी

   

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