जिलेभर में रामनवमी का पर्व हर्षाल्लास से मनाया गया, शहर में निकाली भव्य शोभायात्रा
- Neha Gupta
- Apr 06, 2025


कठुआ 06 अप्रैल । राम नवमी पर धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से जिलेभर के मंदिरों में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। नवरात्र के समापन पर रविवार को जिलेभर में रामनवमी का पर्व हर्षाल्लास से मनाया गया। श्रद्धालुओं ने कंजक पूजन कर व्रत संपन्न किया। क्षेत्र में जगह-जगह भंडारे और जागरण आयोजित किए गए। मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। वहीं रामनवमी के महापर्व पर कठुआ शहर में शोभायात्रा का भी आयोजन किया गया।
नवरात्र का व्रत रखने वाले श्रद्धालु कंजक पूजन के लिए सुबह से प्रसाद बनाकर तैयारियों में जुट गए। सुबह से ही गलियों व मोहल्लों में कंजकों को बुलाने का सिलसिला चलता रहा। व्रत रखने वाले श्रद्धालु कंजकों को अपने घर भोजन कराने के लिए ले जा रहे थे। कन्या पूजन के लिए कई बार तो लोगों को कई घंटे का इंतजार भी करना पड़ा। इसी प्रकार रामनवमी के महापर्व पर शोभायात्रा का भी आयोजन किया गया। जिसमें शहर के कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। शोभायात्रा रामलीला मैदान से शुरू होकर शहर के बीचोबीच शहीदी चैक, कैप्टन सुनील चैधरी चैक, पारलीबंड, जराई चैक से होती हुई वापस रामलीला मैदान में संपन्न हुई।
कन्या पूजन के दौरान श्रद्धालुओं ने कंजकों को हलवा-पूरी, चने, टिफिन, पानी की बोतलें, प्लेट, कटोरी, पेन-पेंसिल आदि स्टेशनरी व बिस्किट-नमकीन आदि के पैकेट दिए। कंजकों को भेंट में रुपये भी दिए गए। कठुआ शहर के मुख्य बाजार में स्थित आशपूर्णी मंदिर, चन्नग्रां में बुआ बापु मंदिर, एरवां में प्रसिद्व मंदिर, जसरोटा माता मंदिर, लखनपुर में काली माता मंदिर, बिलावर में स्थित बाला सुंदरी मंदिर, सुकराला माता मंदिर, बसोहली में स्थित जोडियां माता मंदिर, कोलटा माता मंदिर सहित अन्य मंदिरों में धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया और हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने माथा टेका। पंडित अशोक ने बताया कि भारतीय संस्कृति में कन्याओं को मां दुर्गा व लक्ष्मी मां का स्थान दिया हुआ है। इन्हें मां दुर्गा की शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इसलिए हमें नवरात्र में ही नहीं बल्कि रोज कन्याओं की पूजा करनी चाहिए। इससे घर में लक्ष्मी मां का निवास होता है तथा परिवार की शक्ति दुर्गा शक्ति के समान बढ़ती है।
---------------