बजट 2025 हर वर्ग के लिए विकास और समृद्धि का रोडमैप प्रस्तुत करता है: सिल्क ट्रेड एसोसिएशन

—इनकम टैक्स में छूट की सीमा बढ़ने पर आम लोगों में खुशी,बोले—बजट से सभी को फायदा

वाराणसी,01 फरवरी (हि.स.)। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को संसद में रिकॉर्ड आठवां बजट पेश किया। बजट को लेकर सुबह से ही व्यापार जगत के साथ आम लोगों में भी उत्सुकता दिखी। बजट को लेकर व्यापारिक संगठनों में भी खुशी दिखी। व्यापार संगठन के पदाधिकारियों के साथ आम लोगों ने भी आयकर की सीमा बढ़ने का स्वागत किया। लोगों ने कहा कि 12 लाख तक की आय पर टैक्स छूट से सभी को इसका फायदा मिलेगा।

बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए सिल्क ट्रेड एसो​सिएशन वाराणसी इकाई के अध्यक्ष वैभव कपूर ने कहा कि बजट 2025 हर वर्ग के लिए विकास और समृद्धि का रोडमैप प्रस्तुत करता है। किसानों, गरीबों, मध्यम वर्ग, महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाने के साथ-साथ स्टार्टअप, नवाचार और निवेश को भी नई गति देने वाला यह बजट आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को मजबूती देता है। उन्होंने कहा कि करदाताओं को बड़ी राहत देते हुए आयकर दरों में ऐतिहासिक सुधार किया गया है। 12 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं, 12-16 लाख तक 15फीसद, 16-20 लाख तक 20फीसद, और 20-24 लाख तक 25फीसद टैक्स तय किया गया है। इस बदलाव से 12 लाख की आय पर 80 हजार तक की बचत होगी, जो मध्यम वर्ग के लिए एक बड़ा लाभ है। उन्होंने इस सर्वसमावेशी और दूरदर्शी बजट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की जमकर सराहना की।

वाराणसी निवासी देहरादून स्थित एक निजी कालेज में अर्थशास्त्र के प्रवक्ता डॉ लवकुश श्रीवास्तव ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इसमें गरीब, मध्यमवर्गीय और व्यापारी वर्ग सभी लोगों का ध्यान रखा गया है। जो लोग एक लाख रुपये महीने का वेतन पाते थे उनका काफी पैसा टैक्स में चला जाता था। ऐसे में अब नौकरी पेशा सभी वर्ग को काफी राहत मिलेगा। डॉ लवकुश ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों को भी बड़ा फायदा मिलेगा। ब्याज पर टीडीएस की सीमा वरिष्ठ नागरिकों के लिए 50,000 रुपये से 1 लाख रुपये कर दिया गया है। यह भी सरकार का बड़ा कदम है। इससे सरकारी,बड़ी कम्पनियों में कार्यरत कर्मचारियों को अधिक फायदा मिलने वाला है। 12.75 लाख रुपये तक की आय पर अब कोई टैक्स नहीं देना होगा। महिला कारोबारी और शिक्षा जगत से जुड़ी कविता मालवीय ने बजट की सराहना की। उन्होंने कहा कि बजट संतुलित है। उन्होंने कहा कि बजट में किसानों के लिए भी काफी कुछ है। किसान क्रेडिट कार्ड के लिए ब्याज सहायता योजना की सीमा तीन लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये होने से उन्हें भी राहत मिलेगी। ‘प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना’ की घोषणा से करोड़ों किसानों को सीधा फायदा होगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

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