माइक्रोप्लान से वन पंचायतों को बनाया जाएगा सशक्त

गोपेश्वर, 19 अक्टूबर (हि.स.)। अलकनंदा भूमि संरक्षण वन प्रभाग और नव ज्योति महिला कल्याण संस्थान की ओर से शनिवार को चमोली जिले के दशोली विकास खंड के कम्यार गांव में ग्रामीणों के साथ बैठक की गई। इस दौरान ग्रामीणों को

वन पंचायतों को सशक्त बनाने के लिए माइक्रोप्लान के बारे में जानकारी दी गई।

कम्यार गांव में आयोजित बैठक में संस्था के सचिव महानंद बिष्ट ने कहा कि अब सरकार वन पंचायतों को मजबूती के लिए गांव के लोगों के साथ बैठ कर माइक्रोप्लान तैयार कर रही है। इस माइक्रोप्लान के आधार पर ग्रामीणों के साथ हुई चर्चा परिचर्चा में उभरे हुए कार्यो को प्राथमिकता प्रदान की जाएगी।

संस्था की समन्यवक पायल बिष्ट ने कहा कि गांवों में वन पंचायतें तो गठित हैं लेकिन इन वन पंचयतों के माध्यम से कोई कार्य नही हो पा रहे थे। इसलिए वन पंचायतें सक्रिय नही हो पा रही थी। इसलिए अब माइक्रोप्लान के आधार योजनाएं बना कर वन पंचायत के माध्यम से कार्य करवाए जाएंगे। उन्होनें कहा कि माइक्रोप्लान को तैयार करने में ग्रामीणों की अहम भूमिका है। इसलिए ग्रामीणों की भागीदारी होनी जरूरी है। ईशा बिष्ट ने कहा कि विभाग की गाइड लाइन के आधार पर ही ग्रामीणों के कार्यो को प्राथमिकता प्रदान की जा रही है।

सरपंच प्रदीप सिंह रावत ने कहा कि ग्रामीणों के साथ बैठकर उनकी मांगों के आधार पर किए जाने वाले कार्य सार्थक होगें। वन पंचायत की ओर से पूरा सहयोग प्रदान किया जाएगा।

वन आरक्षी अरविंद फरस्वाण ने कहा कि वनों की रक्षा के लिए ग्रामीणों को सबसे अधिक सहयोग की जरूरत है।

इस मौके पर लक्ष्मी प्रसाद,दिलवर सिंह,देवेन्द्र सिंह,सौरभ सिंह,सुरेन्द्र सिंह,मंगसीरी देवी आनंदी देवी,हरी नेगी सहित अन्य मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल

   

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