अमरनाथ आतंकी हमले की साजिश को नाकाम करने वाले जम्मू-कश्मीर के सात पुलिस अधिकारी वीरता पदक प्राप्तकर्ताओं में शामिल
- Neha Gupta
- Jan 25, 2025
जम्मू, 25 जनवरी (हि.स.)। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वीरता पदक से सम्मानित किए गए जम्मू-कश्मीर के 15 पुलिस अधिकारियों में से सात जिनमें कश्मीर क्षेत्र के पूर्व पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार भी शामिल हैं ने तीन साल पहले अमरनाथ यात्रा पर संभावित आतंकी हमले को टालने में अहम भूमिका निभाई थी।
वीरता पदक प्राप्त करने वालों में पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट भी शामिल हैं जो सितंबर 2023 में दक्षिण कश्मीर के कोकरनाग में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान वीरगति को प्राप्त होने वाले चार अधिकारियों में से एक थे। भट को पिछले साल स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर असाधारण बहादुरी के लिए कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया था। 15 वीरता पदकों के अलावा आनंद जैन और नीतीश कुमार दो अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रैंक के अधिकारियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक मिला जबकि 10 अन्य अधिकारियों को सराहनीय सेवा के लिए पदक से सम्मानित किया गया।
अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि कश्मीर में पुलिस महानिरीक्षक के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान विजय कुमार ने एक इनपुट तैयार किया था कि आतंकवादियों का एक समूह जून 2022 में वार्षिक अमरनाथ यात्रा पर हमला करने की योजना बना रहा है। 14 जून को कुमार की देखरेख में श्रीनगर के तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राकेश बलवाल के नेतृत्व में एक छोटे पुलिस दल ने शहर के बाहरी इलाके बेमिना में एक वाहन को रोका, जिसके बाद मुठभेड़ हुई। अधिकारियों ने कहा कि सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और खुफिया एजेंसियों की सहायता के बिना किए गए ऑपरेशन के दौरान एक पाकिस्तानी सहित दो कट्टर आतंकवादियों को मार गिराया गया। विजय कुमार जिन्हें बाद में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के रूप में पदोन्नत किया गया और हाल ही में एजीएमयूटी (अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश) कैडर के दिल्ली खंड में स्थानांतरित किया गया है। विजय कुमार, राकेश बलवाल और पांच अन्य पुलिस कर्मियों को उनकी बहादुरी के लिए वीरता पदक मिला। कुमार एक असाधारण अधिकारी हैं जिनके सेवा रिकॉर्ड में जम्मू-कश्मीर के भीतर और बाहर आतंकवाद-रोधी, माओवाद-रोधी और कानून-व्यवस्था अभियानों में विशेषज्ञता का एक अनूठा संयोजन शामिल है। उन्होंने अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद आतंकी खतरों का मुकाबला करने और शांति बनाए रखने की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अधिकारियों को उनकी उपलब्धि पर बधाई दी है। सिन्हा ने एक्स के माध्यम से कहा कि गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर वीरता पदक, विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक और सराहनीय सेवा के लिए पदक से सम्मानित होने वाले पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को बधाई।
उन्होंने चयन-ग्रेड फायरमैन सतीश कुमार रैना को भी श्रद्धांजलि दी जिन्हें जम्मू के प्रेम नगर इलाके में आग की घटना के दौरान अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने के लिए मरणोपरांत वीरता पदक से सम्मानित किया गया था।
जम्मू शहर के शहीदी चौक फायर स्टेशन में तैनात रैना ने जनवरी 2023 में एक अग्निशमन अभियान के दौरान अपनी जान गंवा दी। वीरता पदक वीरता के दुर्लभ विशिष्ट कार्य के लिए क्रमशः जीवन और संपत्ति बचाने या अपराध को रोकने या अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए दिया जाता है जिसमें संबंधित अधिकारी के दायित्वों और कर्तव्यों के संबंध में जोखिम का अनुमान लगाया जाता है। विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक सेवा में विशेष विशिष्ट रिकॉर्ड के लिए दिया जाता है और सराहनीय सेवा के लिए पदक संसाधन और कर्तव्य के प्रति समर्पण की विशेषता वाली मूल्यवान सेवा के लिए दिया जाता है।
गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर वीरता पदक (जीएम) के लिए पुरस्कार विजेताओं में अजहर रशीद पुलिस उपाधीक्षक; माजिद अफजल वानी हेड कांस्टेबल; सफीर लोन कांस्टेबल; शाहनवाज अहमद दीदाद कांस्टेबल; सुरेश कुमार भट सहायक उप-निरीक्षक; अकीब कयूम यट्टू एसजीसीटी; मंजूर अहमद बजाड़ एसजीसीटी; विजय कुमार आईपीएस पुलिस महानिरीक्षक; राकेश बलवाल आईपीएस वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (जीएम); इफ्तखार तालिब पुलिस अधीक्षक; फ़रोज़ अहमद डार सहायक उप-निरीक्षक; सुदीश सिंह हेड कांस्टेबल; पवन कुमार हेड कांस्टेबल; इरशाद अहमद लोहार एसजीसीटी तथा स्वर्गीय हिमायूं मुजम्मिल पुलिस उपाधीक्षक शामिल हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह