बंगाल में एसआईआर अंतर्गत 19.36 प्रतिशत इन्यूमरेशन फॉर्म का डिजिटाइजेशन पूरा

कोलकाता, 19 नवम्बर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत बूथ स्तरीय अधिकारियों द्वारा एकत्रित किए गए इन्यूमरेशन फॉर्म में से 19.36 प्रतिशत का डिजिटाइजेशन पूरा हो गया है। यह तीन चरणों वाली प्रक्रिया के पहले चरण की समाप्ति है, जिसकी शुरुआत चार नवम्बर को हुई थी।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी, पश्चिम बंगाल कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक बुधवार रात तक लगभग 1.48 करोड़ इन्यूमरेशन फॉर्म का डिजिटाइजेशन हो चुका है, जो राज्य के मतदाताओं में बांटे गए कुल सात करोड़ 64 लाख 11 हजार 983 फॉर्म का 19.36 प्रतिशत है।

राज्य में 27 अक्टूबर, 2025 की मतदाता सूची के अनुसार कुल मतदाताओं की संख्या सात करोड़ 66 लाख 37 हजार 529 है, यानी अभी दो करोड़ 25 लाख 546 इन्यूमरेशन फॉर्म का वितरण बाकी है।

ईसीआई ने मतदाताओं की जानकारी वाले इन्यूमरेशन फॉर्म के डिजिटाइजेशन का लक्ष्य नवम्बर महीने के अंत तक तय किया है और अधिकारियों का कहना है कि मौजूदा रफ्तार को देखते हुए पूरा काम निर्धारित समय में पूरा हो जाएगा।

वर्तमान में एसआईआर प्रक्रिया देश के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चल रही है और मार्च अगले साल तक सभी चरण पूरे होने की उम्मीद है। पश्चिम बंगाल में पिछली बार एसआईआर वर्ष 2002 में हुआ था। जिन मतदाताओं या उनके माता-पिता के नाम 2002 की मतदाता सूची में दर्ज हैं, उन्हें स्वतः मान्य माना जाएगा। जिनके नाम दर्ज नहीं हैं, उन्हें आयोग द्वारा निर्दिष्ट 11 पहचान पत्रों में से किसी एक का प्रमाण देना होगा।

हालांकि आधार को बारहवें दस्तावेज के रूप में सूची में शामिल किया गया है, लेकिन आयोग ने स्पष्ट किया है कि आधार देने वालों को भी अन्य 11 दस्तावेजों में से एक और पहचान पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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