भाजपा की सफलता सिद्धांतों की जीत है: कर्ण नंदा

सोलन, 10 अप्रैल (हि.स.)। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने वीरवार को सोलन विधानसभा क्षेत्र के सक्रिय सदस्यता अभियान को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा की यात्रा मात्र एक राजनीतिक दल की नहीं, बल्कि एक सिद्धांतवादी विचारधारा की संघर्षपूर्ण यात्रा है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने भारत की राजनीति में विचारों और सिद्धांतों की नई परंपरा शुरू की है।

नंदा ने कहा कि जब सत्ता सिद्धांतों से टकराई, तब श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अटल बिहारी वाजपेयी ने सत्ता को ठुकरा दिया लेकिन विचारों से कोई समझौता नहीं किया। 6 अप्रैल 1980 को पंचनिष्ठाओं के साथ भाजपा की स्थापना हुई, जब कांग्रेस विपक्ष पर प्रहार कर रही थी, तब भाजपा केवल अपने सिद्धांतों के बल पर खड़ी थी।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने राम मंदिर निर्माण, धारा 370 हटाने, तीन तलाक खत्म करने और वक्फ संशोधन जैसे फैसले लेकर ‘सबका साथ, सबका विकास’ की दिशा में स्पष्ट नीति अपनाई।

अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए नंदा ने कहा, “सवेरा छठेगा, सूरज निकलेगा और कमल खिलेगा।” उन्होंने कहा कि भाजपा की ताकत उसके कार्यकर्ताओं का समर्पण और नेताओं के आदर्श हैं।

उन्होंने 1984 से 2024 तक के लोकसभा चुनावी सफर का जिक्र करते हुए कहा कि दो सीटों से शुरू हुई पार्टी आज 240 सीटों के साथ एक प्रमुख शक्ति बनी हुई है।

हिन्दुस्थान समाचार / संदीप शर्मा

   

सम्बंधित खबर