बंगाल भाजपा का सदस्यता अभियान लक्ष्य से कोसों दूर, किसी तरह मिली 'पासिंग मार्क्स'
- Admin Admin
- Jan 03, 2025
कोलकाता, 5 जनवरी (हि.स.) । पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का सदस्यता अभियान आशाओं के विपरीत रहा। पार्टी के एक करोड़ नए सदस्यों को जोड़ने के लक्ष्य की तुलना में सिर्फ 38 लाख लोग ही मिस्ड कॉल देकर भाजपा से जुड़ सके। दिसंबर के अंतिम दिनों में भाजपा नेताओं ने अभियान तेज किया, लेकिन लक्ष्य से काफी पीछे रह गए।
20 दिसंबर को केंद्रीय नेतृत्व ने बंगाल भाजपा को फटकार लगाई थी क्योंकि तब तक सिर्फ 26.93 लाख लोग ही सदस्य बने थे। इस पर भाजपा नेताओं ने अगले 11 दिनों में तेजी से अभियान चलाया, जिससे संख्या बढ़कर 38 लाख तक पहुंच गई। हालांकि, पार्टी के कुछ नेता ही मानते हैं कि इनमें से असली सदस्य सिर्फ 27 लाख ही हैं, बाकी 'फर्जी' नाम जोड़े गए हैं।
-------
'पासिंग मार्क्स' के बाद भी संतोष नहीं
केंद्रीय नेतृत्व ने 20 दिसंबर की बैठक में कहा था कि किसी भी परीक्षा में पास होने के लिए कम से कम 34 प्रतिशत अंक चाहिए। उस समय सदस्य संख्या 26 लाख ही थी, यानी बंगाल भाजपा 'फेल' हो रही थी। अब 38 लाख तक पहुंचकर भाजपा ने पासिंग मार्क्स तो ले लिए, लेकिन एक करोड़ के लक्ष्य से बहुत दूर रह गई।
-------
2018 की तुलना में आधे भी नहीं जुटे सदस्य
पिछली बार 2018 में भाजपा ने 82 लाख मिस्ड कॉल सदस्य जोड़े थे, लेकिन इस बार वह उसकी आधी संख्या तक भी नहीं पहुंच सकी। इस असफलता के बीच भाजपा अब सक्रिय सदस्य, मंडल अध्यक्ष और जिला अध्यक्षों का चुनाव कराने की तैयारी कर रही है।
------
कौन-कौन से जिले रहे आगे-पीछे?
सबसे ज्यादा सदस्य नदिया दक्षिण, दक्षिण दिनाजपुर (राज्य भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार का जिला), तामलुक, जलपाईगुड़ी और नदिया उत्तर में बने। शुभेंदु अधिकारी का जिला कांथी छठे स्थान पर रहा। सबसे कम सदस्य दार्जिलिंग, डायमंड हार्बर, जंगीपुर, बसीरहाट और जयनगर में बने।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर