सक्रिय सदस्य बनाने में बादली हलका अव्वल, सभी 198 बूथ अध्यक्ष निर्वाचित
- Admin Admin
- Jan 08, 2025
झज्जर, 8 जनवरी (हि.स.)। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े राजनीतिक दल भाजपा की आंतरिक लोकतंत्र प्रणाली भी सबसे बेहतर है। भाजपा में व्यक्ति नहीं विचारधारा सर्वोपरि है। भाजपा की विचारधारा में देश प्रेम, फिर दल और बाद में व्यक्ति को महत्व मिलता है। उन्होंने यह बात बुधवार को यहां आयोजित पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन में कही। उन्होंने बताया कि बादली हल्के में भाजपा के प्रदेश में सर्वाधिक सक्रिय सदस्य बने हैं इतना ही नहीं हलके के सभी 198 बूथों के अध्यक्षों का चुनाव कर लिया गया है।
धनखड़ ने कहा कि भाजपा देश की संस्कृति को बढ़ावा देने का काम करती है और देश की संस्कृति को अपनी संस्कृति मानती है। पिछले साढ़े दस वर्षों में केंद्र में मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार के कार्य सभी देखे हैं, जैसा कि आपने राम मंदिर का निर्माण होते देखा, कश्मीर से धारा 370 को हटते देखा, देश की सेनाओं को मजबूत होते देखा। देश का ढांचागत विकास, गरीब कल्याण, महिला सशक्तिकरण, युवाओं के कौशल निखार को देखा।
धनखड़ ने कहा कि भाजपा में संगठन पर्व चल रहा है। बूथ अध्यक्ष से राष्ट्रीय अध्यक्ष की चुनावी प्रक्रिया चल रही है। सामान्यत: भाजपा में सर्वसम्मत निर्णय होते हैं। उन्होंने कहा कि बादली हलके के चारों मंडल नामत: बादली, सुबाना, कुलाना दादरी तोए के सभी 198 बूथों पर बूथ अध्यक्ष चुन लिए गए हैं। बूथ अध्यक्ष सक्रिय सदस्य निर्वाचित हुए हैं। सभी मंडल अध्यक्षों का स्वागत किया गया है। अब मंडल अध्यक्ष चुने जाएंगे। उन्होने कहा कि बादली हलका सक्रिय सदस्य बनाने में अग्रणी रहा है, वहीं हलके में पार्टी के 48 हजार सदस्य बन चुके हैं, और यह अभियान अभी जारी है।
धनखड़ ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस विधान सभा चुनाव से पहले भाजपा के संगठन पर कटाक्ष करती थी और पन्ने फाडऩे की बात कहती थी। अब चुनाव हारने के बाद उनकी भी भाषा बदल गई है और उनको भी भाजपा के संगठन की ताकत का पत्ता लग गया है। एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए कहा कि दिल्ली में भाजपा की सरकार पूर्ण बहूमत बनने जा रही है। दिल्ली की जनता लोकसभा चुनाव की तर्ज पर भाजपा को जिताने का मन बना चुकी है। इस अवसर पर सभी मंडल अध्यक्ष और पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज